ग्राम समाचार न्यूज : स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी, शाखा - रेवाड़ी द्वारा युवा दिवस का आयोजन विवेचना आईएएस एकेडमी, रेवाड़ी में किया गया। कार्यक्रम का आरंभ तीन ओंकार , सहनाववतु मंत्र तथा स्वामी विवेकानंद जी के स्वदेश मंत्र के साथ केंद्र की कार्यकर्ता प्रीती चौहान द्वारा किया गया। नगर प्रमुख श्री महेश शर्मा जी ने विवेकानंद केंद्र के नगर संचालक श्री रवि गुप्ता जी सहित उपस्थित सभी गणमान्य जनों का अभिनंदन किया । तत्पश्चात गीत "देश है पुकारता, तू सो रहा जवान है l" की प्रस्तुति प्रीती चौहान ने दी।
प्रस्तावना विभाग प्रमुख श्री राजेंद्र सिंह द्वारा रखी गई। तत्पश्चात नगर संचालक , प्रसिद्ध उद्योगपति तथा समाज सेवी श्री रवि गुप्ता जी ने स्वामी विवेकानंद के बारे में बताते हुए युवाओं का मार्गदर्शन किया। पूजा जी ने युवाओं को एक ऊर्जापूर्ण भाषण देकर प्रेरित किया। निकेश जी ने शिकागो में हुए विश्व धर्म सम्मेलन के छोटे छोटे बिंदुओं पर प्रकाश डाला। अमित जी ने अंधविश्वास तथा आत्मविश्वास के बीच के अंतर की व्याख्या की। अतुल यादव जी ने स्वामी जी की सहनशीलता तथा हिन्दू धर्म में अपनेपन की भावना पर कुछ तथ्य सबके समक्ष रखे। सुनील जी ने व्याख्या की कि युवा दिवस स्वामी जी की जयंती पर ही क्यों मनाया जाता है तथा समाज में स्त्री की भागीदारी का संक्षिप्त वर्णन किया। योगेंद्र जी ने एक कहानी के माध्यम से अपने विचार रखे की स्वामी जी कितने दानवीर थे तथा उनमें भेदभाव की भावना का लेश मात्र भी चिह्न न था। दीपशिखा जी ने विचारों से ही एक व्यक्ति विशेष की पहचान होती है पर संक्षिप्त विवरण दिया तथा बताया की कैसे स्वामी जी हमारे देश के लिए एक नई उम्मीद तथा नया रास्ता बने। माननीय प्रांत के साहित्य सेवा प्रमुख तथा वरिष्ठ अधिवक्ता श्री रणजीत सिंह जी ने अपने जीवन के कुछ देशप्रेम से जुड़े प्रसंगों को रखते हुए उपस्थित जनों को भावविभोर कर दिया। उन्होंने बताया की किस तरह चरित्र व्यक्ति निर्माण में अहम भूमिका अदा करता है तथा उन्होंने चांदनीचौक में हुए जुलूस की भी व्याख्या की कि किस तरह महर्षि दयानंद जी के विचार सुनके श्रद्धानंद जी का हृदय परिवर्तन हुआ । चावला जी ने बताया की स्वामी जी एक संत थे उनमें तथा आज के संतो में क्या अंतर हैं। माननीय प्रांतीय संपर्क प्रमुख दशरथ चौहान जी ने स्वामी जी के बारे में बताया तथा कहा की युवा दिवस के उपलक्ष्य में यह केवल मनाया ही नही जाना चाहिए अपितु स्वामी जी की बातो को तथा उनकी सीख को सभी युवाओं को अपने जीवन में उतारना चाहिए। अंत में नगर प्रमुख महेश शर्मा जी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम को अंत की तरफ दिशा दी। कार्यक्रम का समापन कल्याणमंत्र "सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया " के साथ केंद्र की कार्यकर्ता प्रीती चौहान ने किया।
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