ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। बताते चलें कि ठंड का प्रकोप धीरे-धीरे प्रखंड क्षेत्र में बढ़ता जा रहा है। इसी ठंड के प्रकोप के बीच मंदार का न्यूनतम तापमान 13 से 14 डिग्री तक पहुंच गया है और ठंड की परवाह किए बिना ऐतिहासिक मंदार पर्वत की तराई में अवस्थित पापहरणी सरोवर में सफा धर्मावलंबी स्नान कर आराधना कर रहे हैं। हालांकि ठंड की परवाह किए बिना बिहार, झारखंड, बंगाल सहित अन्य राज्यों से सफा धर्म के श्रद्धालुओं का आगमन प्रारंभ हो गया है। हालांकि कोरोना काल की वजह से इस वर्ष मंदार में इनकी संख्या कम है। फिर भी कोरोना संकट
एवं ठंड की परवाह किए बिना सफा धर्म के श्रद्धालु मंदार पर्वत पहुंच रहे हैं। मालूम हो कि, प्रत्येक वर्ष मकर सक्रांति के अवसर पर बिहार, झारखंड समेत तमाम राज्यों से वनवासी समाज के लोग ऐतिहासिक मंदार पर्वत की तराई में एकत्रित होकर भगवान शिव,राम एवं विष्णु की आराधना करते हैं। मंदार को अपना आराध्य देवी मानते हैं । जानकारी देते हुए गुरु माता रेखा हेंब्रम ने बताया कि, विगत कई वर्षों की तुलना में महज 10% लोग ही मंदार पहुंच रहे हैं। क्योंकि कोरोना के गाइड लाइन हम सबको पालन करना है। यहां पर श्रद्धालुओं को शौचालय की सुविधा नहीं रहने से थोड़ी असुविधा हो रही है। साथ ही अंधेरे में लोगों को रात गुजारना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं की मांग है कि, कम से कम अलाव एवं पेयजल की व्यवस्था कर दी जाए तो, ठंड में लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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