ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। ऐतिहासिक मंदार पर्वत की तराई में अवस्थित पापहरणी सरोवर में शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बौंसी प्रखंड क्षेत्र के अलावा जिले के भिन्न-भिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। कार्तिक पूर्णिमा में स्नान की महत्ता को लेकर पापणी सरोवर में स्नान करने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी प्रारंभ हो गई। श्रद्धालुओं ने पापहरणी सरोवर में स्नान करने के बाद अष्ट कमल लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। कार्तिक पूर्णिमा को पापहरणी सरोवर में स्नान करना काफी शुभ माना जाता है।
स्थानीय पंडितों ने बताया कि, इस दिन लोग दान पुण्य भी करते हैं। इस दिन दान पुण्य करने से उसका कई गुना लाभ मिलता है। हिंदू धर्म में कार्तिक के महीने में आने वाली पूर्णिमा का खास महत्व है। पुराणों के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्वर्ग से देवता धरती पर आकर देव दीपावली मनाते हैं। ऐसी मान्यताएं हैं कि, इस दिन पापहरणी सरोवर में स्नान करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर व्रत रखने से भी खास लाभ प्राप्त होता है। ऐसी मान्यताएं हैं कि, कार्तिक पूर्णिमा के दिन वस्त्र का दान करना भी बेहद सुखदायक होता है। इस दिन वस्त्र का दान करने से दोगुने फल की प्राप्ति होती है और आर्थिक स्थिति हमेशा अच्छी बनी रहती है। इसके साथ ही इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए दूध का दान करना शुभ माना जाता है। इससे घरों में हमेशा बरकत बनी रहती है।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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