ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। बौंसी प्रखंड के श्यामबाजार एवं सिकंदरपुर गांव में अस्ताचलगामी सूरज को पहली अर्घ्य बड़े ही हर्षोल्लास के साथ दिया गया। सिकंदरपुर गांव के दोनों घाटों मंदिर घाट एवं सरकारी घाट पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। मालूम हो कि, पिछले 2 वर्षों से कोरोना काल को लेकर छठ पर्व क्वॉरेंटाइन हो गया था। इस वर्ष लोगों को थोड़ी राहत मिली। जिस वजह से श्रद्धालुओं में अच्छा खासा उत्साह देखा गया। पूरा क्षेत्र छठ पूजा के मधुर गीत कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए..., जोड़े-जोड़े नारियल तोहे चढ़इबो ना..., ऐ छठी
मइया होई ना सहइया... से गुंजायमान हो गया। साथ ही श्रद्धालु घाट पर जाने से पहले बांस की टोकरी में पूजा की सामग्री, मौसमी फल, ठेकुआ, कसर, गन्ना आदि सामान सजाया और इसके बाद घर से नंगे पैर घाट पर पहुंचे। सज-धजकर तैयार छठघाटों पर बुधवार को डूबते हुए सूर्य को व्रतियों ने अर्घ्य दिया। सुबह से ही गांव के नवयुवक छठ पूजा के संध्या अर्घ्य की तैयारी में जुटे हुए थे। नव युवकों में नीरज कापरी, राकेश कापरी, सुभाष कापरी, चंद्रशेखर सिंह, रुपेश चौधरी, विक्की शर्मा, अमित पासवान, दीपक यादव, अनंत सिंह सहित कई नवयुवकों का छठ पूजन में घाट की विधि व्यवस्था को बनाए रखने में काफी योगदान रहा।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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