Rewari News : अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासंघ संघ की बैठक हुई



ग्राम समाचार न्यूज : रेवाड़ी में अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासंघठन की बैठक का आयोजन. राष्ट्रीय अध्यक्ष रतनलाल विश्वकर्मा ने शिरकत की. समाज को एकजुट करने और राजनीति में भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने संबोधन के माध्यम से समाज के लोगों में भरा जोश. रेवाड़ी के निकटवर्ती गाँव भूरथल ठेठर में रविवार को अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासंगठन की और से बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में संगठन को मजबूत करने और राजनीति में भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया गया. बैठक में विश्वकर्मा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष रतन लाल विश्वकर्मा ने शिरकत की. जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वकर्मा महासंगठन की राष्ट्रीय अध्यक्षा पुष्प शर्मा जांगिड़ मौजूद रही। बैठक में विश्वकर्मा समाज के पदाधिकारियों ने अपने-अपने विचार रखें और संगठन को एकजुट करने के लिए समाज के लोगों से आह्वान किया. इस अवसर पर विश्वकर्मा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष रतन लाल विश्वकर्मा ने नए पदाधिकारियों और सदस्यों की नियुक्ति के साथ ही उन्हें नियुक्ति पत्र दिए. बैठक से पूर्व मुख्य अतिथि रतन लाल और विशिष्ट अतिथि पुष्पा शर्मा जांगिड़ द्वारा गांव में प्रादेशिक कार्यालय का उद्घाटन किया गया।



पदाधिकारियों और सदस्यों को राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में शपथ भी दिलाई गई. राष्ट्रीय अध्यक्ष रतनलाल विश्वकर्मा ने कहा की ग्रामीण क्षेत्र में समाज का इतना बड़ा कार्यक्रम और लोगों की उपस्थिति यह दर्शाता है कि संगठन मजबूत हो रहा है. उन्होंने कहा कि भारत के 17 राज्यों में उनका संगठन मजबूती की ओर बढ़ रहा है संगठन जितना मजबूत होगा और समाज के लोग जितना एकजुट रहेंगे उतना ही राजनीति में भागीदारी भी विश्वकर्मा समाज की होगी. उन्होंने "जय भारत" "जय श्री विश्वकर्मा" के नारे लगाते हुए अपना संबोधन शुरू कर कहा कि जिस तरह गांव में आज इतना सफल आयोजन हुआ है उसे लगता है कि वह अपने इरादे में जरूर कामयाब होंगे समाज के लोगों को एकजुट करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तक समाज के लोग अपना कर्तव्य ठीक से नहीं निभा रहे थे जिसकी वजह से समाज पिछड़ता जा रहा था. राजनीति में भी विश्वकर्मा समाज की भागीदारी ना के बराबर है, जबकि विश्वकर्मा समाज काफी बड़ा समाज है इसके लिए जागृति और क्रांति लाने की जरूरत है साथ ही संगठन को मजबूत करना, विश्वकर्मा समाज को एकजुट करना समाज के लोगों की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर विश्वकर्मा समाज एकता के साथ ओबीसी वर्ग मिल जाए तो यह पूरे भारतवर्ष पर राज कर सकता है उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी भूल विश्वकर्मा समाज की यही है कि वह यह सोचते हैं कि उनका वजूद नहीं है उनका संख्या बल कम है राजनीतिक पार्टियों ने उन्हें टुकड़ों में बांट कर भ्रम फैलाया हुआ है जबकि सबसे बड़ा समाज विश्वकर्मा समाज है जो हाथ से कार्य करता है. इसलिए जरूरत है अपनी संख्या बल को बढ़ाने और संगठन को मजबूत करने की. उन्होंने कहा कि ₹10 की सदस्यता शुल्क जमा कर सदस्य बने और संगठन को मजबूत बनाएं संगठन जितना मजबूत होगा उतना ही राजनीति में भागीदारी भी सुनिश्चित हो सकेगी उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी पार्टी विशेष से कोई चंदे की आवश्यकता नहीं है समाज के काफी शिक्षण संस्थान चल रहे हैं फिलहाल राजनीति में भागीदारी और सत्ता की आवश्यकता है आने वाले समय में विश्वकर्मा समाज के बच्चे पार्षद विधायक सांसद और मंत्री बन सकते हैं अब उन्हें यह पूरा विश्वास हो रहा है. 



उन्होंने कहा कि 17 प्रदेशों में संगठन सक्रिय होने से यह स्पष्ट हो गया है कि राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ हो गई है. उन्होंने कहा कि समाज ने अपना पूरा जीवन गुजार दिया. लेकिन अब डर कर जीने की जरूरत नहीं है अपने अधिकारों कर्तव्य को समझ कर अपने संगठन को एकजुट कर किसी फौज की तरह अपनी ताकत का प्रदर्शन करें. प्रत्येक जिले में अपना कार्यालय खोलें ताकि विश्वकर्मा समाज के संगठन को मजबूती मिल सके. इस अवसर पर उनके साथ राजनीतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश विश्वकर्मा, राजनीतिक प्रकोष्ठ के महासचिव रमेश कुमार, संगठन सचिव पुष्पा शर्मा जांगिड़, प्रीतम सिंह जांगिड़ चमन जांगिड़, समेत बड़ी संख्या में विश्वकर्मा समाज के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

Share on Google Plus

Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरि.) - 9813263002

ग्राम समाचार से आप सीधे जुड़ सकते हैं-
Whatsaap Number -8800256688
E-mail - gramsamachar@gmail.com

* ग्राम समाचार से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

* ग्राम समाचार के "खबर से असर तक" के राष्ट्र निर्माण अभियान में सहयोग करें। ग्राम समाचार एक गैर-लाभकारी संगठन है, हमारी पत्रकारिता को सरकार और कॉरपोरेट दबाव से मुक्त रखने के लिए आर्थिक मदद करें।
- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें