ग्राम समाचार, जामताड़ा। झारखंड राज्य मलखंभ संघ के निर्देश में जिला मलखंभ संघ के सौजन्य से जामताड़ा शहर स्थित सरखेलडी में तीन दिवसीय निःशुल्क मलखंभ प्रशिक्षण शिविर शुरू हुई। शुभारंभ मुख्य अतिथि समाजसेवी आशा गुप्ता एवं विशिष्ट अतिथि जिला ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष दीपक दुबे ने हनुमान जी का पूजा - अर्चना कर किया।
मौके पर आशा गुप्ता ने कहा कि मलखंभ खेल कोई नया खेल नहीं है यह आदिकाल से चला आरहा है किसी कारणवश यह मलखंभ खेल विलुप्त हो गया था। लेकिन वर्तमान में भारत सरकार इस खेल को बढ़ावा देने के लिए बहुत सारे संसाधन मुहैया कर रहे हैं और आज यह खेल का जिले मे प्रचार प्रसार की जरूरत है। इस खेल को बच्चे अपना कर स्वस्थ रह सकते हैं। प्रशिक्षण के माध्यम से खेल का प्रदर्शन देखकर ऐसा लग रहा है कि जामताड़ा में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है उसे उचित प्लेटफार्म की आवश्यकता है। हमारी और से मलखंभ खेल को बढ़ावा देने के लिए हर संभव मदत और सहायता करूंगा। दीपक दुबे ने बताया की मलखंभ खेल का प्रथम प्रयास है कि इस खेल को प्रचार-प्रसार करने के लिए जामताड़ा जिला मलखंभ संघ अपने तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन कर छात्र - छात्राओं को इस खेल के बारे में जानकारी दे रहे हैं , जिससे निश्चित रूप से इस प्रशिक्षण शिविर में जामताड़ा के बच्चे कुछ बेहतर सीख कर आने वाले समय में राज्य , राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जामताड़ा जिले का नाम रोशन करेंगे। सचिव परिणीता सिंह ने कहा कि गत 17 एवं 18 सितंबर को रांची में आयोजित आठवीं राज्य स्तरीय मलखंभ प्रतियोगिता में प्रथम बार जामताड़ा से 9 प्रतिभागियों ने अपना प्रतिभा का प्रदर्शन कर राज्य टीम में जगह बनाए हैं , इन खिलाड़ियों को और बेहतर प्रशिक्षण मिले और मलखंभ के बारीकी को जानने के लिए इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जामताड़ा में कराया जा रहा है जिसमें जामताड़ा जिला से 35 प्रतिभागी मलखंभ की बारीकी को सीख रहे हैं । इस खेल को आने वाले समय में पूरे जामताड़ा जिले में व्यापक रूप से प्रचार प्रसार किया जाएगा। इस अवसर पर रांची से आए हुए तीन राष्ट्रीय स्तर के अनुभवी खिलाड़ी जो इस प्रशिक्षण कैंप में प्रशिक्षण दे रहे हैं अनुशिखा कुमारी , दिव्या कुमारी, राकेश कुमार के अलावे जामताड़ा जिला मलखंभ संघ के उपाध्यक्ष सूरज कु. पासवान , संयुक्त सचिव भास्कर चांद, कोच रविंद्र सुमन , राहुल सिंह, संजीव सेन ,सोनू मल्लीक ने अपने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें