ग्राम समाचार न्यूज़ रेवाड़ी: सरकार द्वारा लागू कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन को 9 माह पूरे होने पर किसानों ने आज 26 अगस्त को सभी मोर्चों और बॉर्डर पर ''धिक्कार दिवस" मनाया. कार्यक्रम के तहत रेवाड़ी में भी संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान बड़ी संख्या में नेहरू पार्क में एकत्रित हुए और काले झंडे लेकर सरकार के खिलाफ रोष जताया. केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानों ने पुनः कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए सरकार और प्रशासन को धिक्कारा. नेहरू पार्क में किसानों ने एकत्रित होकर जनसभा की और वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखें बड़ी बात यह रही कि इस धिक्कार दिवस में बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित रही.
मीडिया से बात करते हुए किसान संगठन के नेताओं कोमरेड राजेंद्र सिंह, रामकिशन महलावत और समय सिंह ने कहा कि कृषि कानून पूंजीपतियों के हित में है. इन तीनों के लोगों का किसानों से कोई सरोकार नहीं है यह पूरी तरह से पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाले हैं सरकार से इन्हें वापस लेने की मांग को लेकर किसान 9 महीने से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार के कानों पर जू तक तक नहीं रेंग रही. ऐसे में संघर्ष करते हुए बड़ी संख्या में किसान शहीद भी हुए हैं बावजूद इसके सरकार हठधर्मिता अपनाए हुए हैं.
ऐसे में किसानों ने कहा कि इससे पहले आजादी के समय इतना लंबा आंदोलन चला था और अब आजादी के बाद यह किसानों का इतना बड़ा आंदोलन है जो अभी तक चला है उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर सभी बॉर्डर और मोर्चों पर किसान आंदोलन को 9 महीने पूरे होने पर आज धिक्कार दिवस मनाया जा रहा है जिसमें किसान सरकार के खिलाफ धिक्कार रैली निकालते हुए सचिवालय पहुंचकर सरकार और प्रशासन को दिखा रहे हैं कि उन्होंने ऐसा कानून किसानों पर थोप दिया है जिसे किसान बिल्कुल भी नहीं चाहते. किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक तीनों काले कानून वापस नहीं हो जाते तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि आने वाले समय में वे गंगायचा के टोल प्लाजा को फ्री करने का काम करेंगे और किसी भी भाजपा नेता का कार्यक्रम नहीं होने दिया जाएगा.



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