रेवाड़ी, 19 जुलाई। जिला के किसी भी क्षेत्र में जलनिकासी की स्थिति उत्पन्न होती है तो संबंधित अधिकारी तुरंत आवश्यक प्रबंध करे। यह निर्देश उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने सोमवार को जिला सचिवालय में अधिकारियों की बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग के अनुसार दो-तीन दिन बारिश की अधिक सम्भावनाएं जताई गई है, इसलिए संबंधित अधिकारी मैस्तैदी से अपना कार्य करें और जहां भी पानी आने या पानी भरने की संभावना दिखाई पड़ती है तो उस क्षेत्र में प्राथमिकता के आधार पर कार्य करें ताकि लोगों को कोई जान-माल का नुकसान न होने पाए।
उपायुक्त ने बैठक में सख्त निर्देश दिए कि कोई भी अधिकारी बिना सूचना के मुख्यालय छोडकर न जाएं। उन्होंने सभी उपमंडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में अपने क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ संपर्क में रहे और कहीं भी पानी भरने या पानी आने की कोई समस्या पैदा होती है तो उस पर तुंरत एक्शन लें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यदि जिले में कहीं भी कोई सडक़ पानी के कारण अवरूद्घ होती है तो उसका वैक्लपिक मार्ग की व्यवस्था भी की जाएं। उन्होंने बिजली विभाग के अधीक्षक अभियंता को निर्देश दिए कि पानी निकासी के लिए पम्प सैटों पर बिजली की निरंतर सप्लाई जारी रखें। उन्होंने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी स्पष्टï निर्देश दिए कि कोई भी पम्प सैट बन्द न होने पाएं, उसके लिए पहले से ही वैक्लपिक तैयारी रखें। उन्होंने निर्देश दिए कि आमजन को बरसाती मौसम के कारण किसी बिमारी का सामना न करना पड़े उसके लिए यह आवश्यक है कि बरसात के पानी की समय रहते निकासी हो।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि जिला में बाढ़ नियंत्रण कक्ष जिला सचिवालय स्थित कमरा नंबर 114 में स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष नंबर 01274-225145 है।
इस मौके पर एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव, एसडीएम कोसली होशियार सिंह, एसडीएम बावल संजीव कुमार, सीटीएम रोहित कुमार, अधीक्षक अभियंता जनस्वास्थ्य, लोक निर्माण, डीएचवीबीएन, कार्यकारी अभियंता जनस्वास्थ्य विभाग, नगर परिषद के कार्यकारी अभियंता, सचिव व एमई सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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