ग्राम समाचार न्यूज : रेवाड़ी में नवगठित आर्यव्रत दल ने रविवार को नाई वाली चौक स्थित सैंड पाइपर टूरिस्ट काम्प्लेक्स में प्रैस कांफ्रेंस कर संगठन का विजन बताया। मीडिया को सम्बोधित करते हुए दल के राष्ट्रिय महासचिव संजीव कुमार बोहरा ने कहा कि जनता को नया विकल्प देने के लिए नए दल आर्यव्रत का गठन किया गया है जिसकी पंजीकरण की प्रक्रियाओं को पूरा किया जा रहा है। मीडिया के समक्ष अपनी पार्टी के मुद्दों को रखते हुए संजीव बोहरा ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण, भय, भर्ष्टाचार, नशा मुक्त भारत, उत्तम खेती, उत्तम जीवन, उत्तम रोज़गार, अवैध घुसपैठ नियंत्रण और समाज में भाईचारा बढ़ाना उनके दल के प्रमुख उदेशय है। संजीव बोहरा ने कहा कि दल के पंजीकरण का काम जारी है जोकि नई दिल्ली में एक विधिवत पत्रकार सम्मलेन बुलाकर दल के गठन की घोषणा की जाएगी। जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रजगुप्त आर्य है एवं कार्यकारिणी में उन्हें राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी मिली है।
Rewari News : नवगठित आर्यव्रत दल ने की प्रैस कांफ्रेंस, जनसँख्या नियंत्रण और भय भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने का दावा किया
सरकार पर निशाना साधते हुए संजीव बोहरा ने कहा कि उनका संगठन सरकार का ध्यान इन मुद्दों पर आकर्षित करना चाहता है :-
1. अवैध घुसपैठियों को तुरंत डिपोर्ट किया जोकि जोकि आज भारत के लिए राष्ट्रीय खतरा बने हए हैं जिनको विभिन्न दलों के लोगों ने वोट बैंक की राजनीति करने के लिए पुरे देश में बसा दिया था। रोहिंग्याओं की झुगियां दिल्ली में कितनी थी और किसकी अनुमति से बसाई गयी थी और यह कुल कितने अवैध घुसपैठिए है क्या सरकार के पास इनका कोई रिकॉर्ड है यदि है तो सरकार प्रेस के माध्यम से जारी करे ताकि यह लोग दिल्ली की गलियों मै न घुस जाये और अवैध रूप से आधार कार्ड वह वोटर कार्ड न बनवा पाये।
2. क्या सरकार इन अवैध घुसपैठियो को इनके देश वापिस भेजने जा रही है। महामारी के समय में लोगों की मदद की बजाय उनको 10000 रुपए की मदद क्यों दी गयी है इनके लिए कैंप क्यों लगाए हैं। बेरोजगार तथा गरीब बेसहारा लोगों के लिए कितने कैंप लगाए गए हैं व आर्थिक सहायता दी गई। सरकार बताये की देश में कोविड-19 काल के बाद व्याप्त बेरोज़गारी को कितने समय में दूर करेगी? कोरोना के कारण ठप पड़े व्यापार को कैसे संपन्न बनाएगी? तथा मुद्रा भाव जोकि मंडियों से गायब हैं को कैसे बढ़ाएगी? सरकार यह बताये की भारत मै कम्युनलिस्म हैं या सेकुलरिज्म हैं। यह भी बताया जाये की दिल्ली में कितने व किस किस धर्म के धर्म गुरुओ को कितना मानदेय दिया जा रहा हैं।
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