ग्राम समाचार, बोआरीजोर (गोड्डा)। प्रखण्ड क्षेत्र के पंचायत लीलातरी -2 गोढिया में हो रहे आंगनबाड़ी सेविका चयन को लेकर आयोजित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय गोपालपुर विद्यालय प्रांगण में होने वाली ग्रामसभा हांगामे की भेंट चढ़ गई।
जिला से आये बतौर पर्यवेक्षक अधिकारी सलखु हेम्ब्रम, सुपरवाइजर चंदा रविदास, पंचायत सचिव कुमोद मेहरा, एनम खुशबू कुमारी, सबनम कुमारी, मुखिया श्रीमंती देवी, गोढिया ग्राम प्रधान सूरज मुर्मू ग्रामीण इत्यादि उपस्थित थे। आंगनबाड़ी चुनाव को लेकर 3 आवेदकों का आवेदन लिया गया था जिसमें मार्टिना सोरेन, बबली देवी, रेणु कुमारी थी।
चयन प्रक्रिया को लेकर उठ रहे सवाल ग्रामीणों ने कहा कि यहां पेसा कानून 1996 लागू है। ग्राम सभा के माध्यम से ग्रामप्रधान के अध्यक्षता में ग्राम सभा कर चयन किया जाए। वहीं ग्रामीणों ने जनगणना को भी गलत ठहराया। ग्रामीणों ने लगाया आरोप
कि जिले से आए अधिकारी का कहना है कि यहां पर पेसा कानून लागू नहीं है। जिससे विवादित हो कि जातीय बहुलता और ग्रामसभा को प्राथमिकता नहीं दिऐ जाने से ग्रामीणों द्वारा आंगनबाड़ी सेविका का चयन स्थगित कर दिया गया।
गोड्डा जिला बोआरीजोर प्रखंड और सुंदरपाहड़ी प्रखंड 5 अनुसूचित क्षेत्र पेसा कानून 1996 के अंतर्गत आता है। वहीं उपस्थित जिला अधिकारी सलखु हेम्ब्रम ने कहा कि इस विवादित स्थिति में चयन नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि जिला कल्याण पदाधिकारी के अगले चयन प्रक्रिया को लेकर अगले आदेश तक वापस लौटे अधिकारी।
-ग्रामीण, बोआरीजोर (गोड्डा)।
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