ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:- पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से स्थानीय नगर भवन गोड्डा में जल जीवन मिशन के तहत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि उपायुक्त भोर सिंह यादव, उप विकास आयुक्त अंजलि यादव, यूनिसेफ के वाश स्पेशलिस्ट कुमार प्रेमचंद्र, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल गोड्डा के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह एवं अन्य गणमान्य के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर की गई। कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल, गोड्डा एवं अन्य के द्वारा उपायुक्त समेत सभी अतिथियों को बुके भेंट की गई। कार्यपालक अभियन्ता, द्वारा उपस्थित सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों को अभिनन्दन करते हुए जल जीवन मिशन के उद्देश्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई एवं साथ ही यह बताया गया कि वर्ष 2024 तक जिले के सभी ग्रामीण परिवारों को नल से जल पहुँचाना है इसी के साथ बाहुल्य ग्रामीण योजना एवं एकल ग्रामीण योजना- यह सतही स्त्रोत आधारित योजनाए है, जिसमें स्त्रोत के रूप में मुख्यतः डैम या नदी का चयन किया गया है। यूनिसेफ के वाश स्पेशलिस्ट कुमार प्रेमचंद्र के द्वारा जिले से आए जल सहिया, कनीय अभियंता एवं उपस्थित गणमान्य को संबोधित किया गया। उनके द्वारा जल संग्रहण ओर संरक्षण के बारे में लोगों को जानकारी दी गई। एवं जल जीवन मिशन के विभिन्न आयामों को अपने अपने घरों में अपनाने की अपील की गई। वहीं कार्यशाला में जल जीवन मिशन के उद्देश्यों एवं घर घर शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में मंच से संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त महोदया गोड्डा श्रीमती अंजलि यादव ने कई महत्वपूर्ण बातें कही। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी कार्य की महत्ता को समझते हुए जल जीवन मिशन कार्य में जुटे। जिससे समय पर हम गोड्डा जिले के घर घर तक नल का पानी पंहुचा पाए। उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को पेयजल से जुड़े जल मीनार समेत अन्य महत्वपूर्ण योजनाएं पर प्रकाश डाला साथ ही साथ जल सहिया एवं जल समिति के माध्यम से कार्यों को संपादित करने को कहा। कार्यशाला में उपायुक्त महोदय द्वारा अपने संबोधन में कहा गया कि घर-घर शुद्ध पेयजल पंहुचाने के लिए सरकार और जिला प्रशासन कार्य कर रही है, सभी घरों तक पेयजल पहुंचाना जितना जरूरी है, उतना ही मानव जीवन को बचाने के लिए जल को संरक्षित करना जरूरी है। उपायुक्त महोदय ने कहा कि लोगों को पानी की समस्या न हो इसके लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है, लेकिन देखरेख की जिम्मेदारी स्थानीय नागरिकों की है. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन के ओर से जल संरक्षण के लिए जल छाजन सहित कई योजनाएं चलाई जा रही है, जिससे पानी का ठहराव होगा और भूतलीय जल का स्तर बढ़ेगा, जब भूतलीय जल स्तर ठीक रहेगा, तभी अंतिम व्यक्ति तक पानी पंहुचेगा। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर नल पानी के कनेक्शन देने का कार्य सभी के समन्वय से संभव है। इसलिए सभी संबंधित विभाग आपस में समन्वय बनाए रखते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि समय के साथ पेयजल की समस्या से हमे न जुझना पड़े इसके लिए आवश्यक है कि हम जल संरक्षण की दिशा में कार्य करें। साथ हीं जल संरक्षण के लिए उपयोगी तकनीक का हम इस्तेमाल कर रहे है। जिससे आने वाले समय में जिले में पेयजल जैसी समस्या न उत्पन्न हो। उपायुक्त ने कार्यशाला में उपस्थित लोगों को जल संरक्षण करने संबंधित सभी को शपथ दिलाया। उपायुक्त महोदय संग उपस्थित लोगों ने शपथ लिया कि मैं पानी बचाने और उसके विवेकपूर्ण उपयोग की शपथ लेता हूं। मैं यह भी शपथ लेता हूँ कि मैं जल का समुचित उपयोग करूँगा तथा पानी की हर एक बूंद का संचयन करूँगा और कैच द रेन अभियान को बढ़ावा देने में पूरा सहयोग दूंगा। मैं पानी को एक अनमोल संपदा मानूँगा और ऐसा मानते हुए ही इसका उपयोग करूँगा, मैं शपथ लेता हूँ, मैं अपने परिवारजनों, मित्रों और पड़ोसियों को भी इसके विवेकपूर्ण उपयोग और उसे व्यर्थ नहीं करने के लिए प्रेरित करूँगा। यह ग्रह हमारा है और हम ही इसे बचा सकते हैं और अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।कार्यशाला में यूनिसेफ के अन्य सदस्य के द्वारा स्वच्छता है जल से, स्वास्थ्य है जल से, सभी स्वभाव है जल से, पीने वाले पानी को भरने उसे ढोने तथा रखने में सावधानी, पेयजल स्रोत के आसपास कि साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए संबोधित किया गया| कार्यपालक अभियंता ने अंत धन्यवाद देते हुए कहा कि वर्ष 2024 तक गोड्डा जिला के ग्रामीण क्षेत्रो के सभी घरो में शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लक्ष्य को प्राप्त करना है।कार्यशाला में मुख्य रूप से जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, पोड़ैयाहाट विधायक प्रतिनिधि, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश प्रसाद यादव, सभी सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता, जिला परामर्शी SBM (G) मोहम्मद सनाउल अंसारी, यूनिसेफ के प्रोग्राम मैनेजर नरोत्तम, सभी प्रखंड समन्वयक एवं सोशल मोबलाइजर SBM(G), मुखिया,जलसहिया एवं मीडिया वंधु समेत ग्रामीण मौजूद थे।
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