ग्राम समाचार, बौंसी, बांका।
बसंत पंचमी को लेकर मूर्तिकार मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम स्वरूप देने में लगे हुए हैं। प्रखंड अंतर्गत थाना कॉलोनी सहित कई क्षेत्रों में काफी जोरों शोरों से मां सरस्वती की मूर्ति को अंतिम स्वरूप देने का कार्य चल रहा है। हर साल की भांति युवाओं में काफी उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। वहीं अच्छी मूर्ति बनवाने हेतु मूर्तिकारों के पास जाकर अग्रिम बुकिंग युवाओं द्वारा कर दिया गया है। वही मूर्ती बुकिंग टाइम ही
मूर्तिकारों को अपने पसंद की मूर्ति बनाने के लिए कहा जाता है। युवाओं की मानें तो मूर्ति की खरीदारी 1000 से 5000 तक की जाती है। युवाओं द्वारा सामाजिक चंदा एकत्रित कर एवं स्वयं सहयोग देकर बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। पंडितों की मानें तो इस साल बसंत पंचमी 16 फरवरी दिन मंगलवार को है। शास्त्रों में बसंत पंचमी को ऋषि पंचमी के नाम से भी उल्लेखित किया गया है। इस दिन को होली के शुरुआत का प्रतीक भी
माना जाता है। जो कि इसके ठीक 40 दिन बाद आती है। वहीं इस दिन को विद्या की देवी माता सरस्वती के प्रकटोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। वहीं मूर्तिकार मां सरस्वती की प्रतिमा को आकार देने में बहुत मेहनत व लगन के साथ में इस कार्य को संपन्न करते हैं तथा मूर्ति को पुआल से आकार देकर बाद में मिट्टी का लेप लगाकर फिर रंग पेंट कर एक अच्छी प्रतिमा का रूप देते हैं। हालांकि मूर्तिकारों का कहना है कि, इस बार ठंड व कोविड-19 को लेकर मूर्तियां हर साल की तुलना में कम बनाई गई है। इस वजह से हर वर्ष की तुलना में इस वर्ष कम आमदनी के स्रोत है। स्थानीय मूर्तिकार नरेश पंडित का कहना है कि, इस बार कोरोना
काल के कारण 88 पीस ही मूर्ति बनाई गई है। जिसमें से 50 पीस मूर्ति की बुकिंग हुई है। अभी भी 38 पीस मूर्ति की बुकिंग होनी बाकी है। साथ में यह भी बताया गया कि, सबसे न्यूनतम मूल्य की मूर्ति ₹1000 और अधिकतम मूल्य की मूर्ति ₹3200 तक की है। वहीं दूसरी ओर सरस्वती पूजा को लेकर सोमवार को शांति समिति की बैठक थाना परिसर में की गई थी। इस बैठक में बताया गया था कि, इस बार सरस्वती पूजा में डीजे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। साथ ही यह भी कहा गया था कि ,थाना
क्षेत्र में प्रतिमा बैठाने वाले समितियों को थाना में सूचना देकर परिचय पत्र जमा करना होगा एवं इस बार कोविड-19 की गाइड लाइन के तहत ही पूजा अर्चना की जाएगी। मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाएगा। साथ में यह भी बताया गया कि, पूजा पंडाल में भीड़ नहीं लगाना है। साथ ही विसर्जन में 25 लोग से ज्यादा नहीं रहने की अनुमति दी गई है। 17 फरवरी को ही प्रतिमाओं का विसर्जन कर लेने का निर्देश दिया गया है। साथ ही यह भी बताया गया कि, हुड़दंग करने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएंगी। हुड़दंग करने वालों की सूचना थाना को देने
की बात कही गई है। ताकि समय पर पहुंचकर प्रशासन आवश्यक पहल कर सके। साथ ही बैठक में उपस्थित सदस्यों ने प्रशासन को अपनी ओर से भरपूर सहयोग किए जाने का भरोसा दिलाया। बैठक में आए हुए डीजे वालों को भी निर्देश दिया गया कि, किसी भी सूरत में डीजे नहीं बजाया जाएगा। डीजे पकड़ने पर उसे जप्त कर लिया जाएगा और संबंधित व्यक्तियों पर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।
कुमार चंदन, ग्राम समाचार संवाददाता, बौंसी।
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