ग्राम समाचार न्यूज : कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसानो का आंदोलन लगातार जारी है। दिल्ली की सीमाओं पर किसान पिछले 53 दिनों से जारी है वहीं रेवाड़ी में भी दिल्ली जयपुर हाइवे नंबर 48 पर एक माह से किसान आंदोलन कर रहे है। आंदोलन के दौरान किसानो को विभिन्न राजनीतिकी दलों और नेताओ का समर्थन मिल रहा है। शनिवार को किसानों के बीच राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा पहुंचे और मसानी बैराज और जयसिंगपुर खेड़ा बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन को अपना समर्थन दिया। दीपेंद्र हुड्डा ने किसानो की मांगो को जायज बताते हुए सरकार से हठधर्मिता छोड़कर राजधर्म निभाते हुए समाधान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि 50 दिनों से आंदोलन जारी है और दस दौर की वार्ता विफल रही है जिससे प्रतीत होता है कि सरकार किसानों से बातचीत नहीं बल्कि बातचीत का ड्रामा कर रही है।
उन्होंने कहा कि वे किसी पार्टी के नेता होने की हैसियत से नहीं किसान होने के नाते किसानों के बीच समर्थन देने पहुंचे हैं। प्रदेश के 15 सांसदों में से वे केवल अकेले विपक्ष में है बाकी 14 सांसद भाजपा समर्थित है। उन्होंने कहा कि वैसे तो उन्होंने अनेक आंदोलन देखे है लेकिन किसानों का अब तक का यह सबसे बड़ा आंदोलन है जो शांतिपूर्ण ढंग से अनुशासन में रहकर चल रहा है।
उन्होंने सरकार से कहा कि किसानीयत व इंसानियत के नाते सरकार किसानों की मांग माने। कांग्रेस ने कभी इन बिलों का समर्थन नहीं किया। खेड़ा बॉर्डर पर पहुँचने से पूर्व सांसद दीपेंद्र हुड्डा का युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने दीपेंद्र की युवा टीम से अनिल चौधरी के नेतृत्व में साबन चौक के पास स्थित अपने कार्यालय पर फूलमाला और पगड़ी पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान दीपेंद्र हुड्डा वहां दो मिनट से अधिक नहीं रुके और इस समय किसान उनके लिए पहले है स्वागत कार्यक्रम बाद में यह कहकर खेड़ा बॉर्डर पर किसानो के धरने की और निकल गए।
किसान समर्थन देते समय दीपेंद्र हुड्डा के साथ पूर्व सीपीएस और महेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह, पूर्व मंत्री डॉ एमएल रंगा, महाबीर मसानी, कोसली के पूर्व विधायक यादविंद्र सिंह, कांग्रेस महासचिव मंजू-भरत तौंगड़, अनिल चौधरी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।
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