रेवाड़ी, 1 जनवरी! महिला एंव बाल विभाग की ओर से जिला रेवाड़ी मे ट्रामा सैन्टर के सामने जनता सर्विस स्टेशन के प्रथम तल पर वन स्टॉप सैन्टर(सखी) चलाया जा रहा है। वर्ष 2020 मे वन स्टॉप सैन्टर (सखी) मे 385 शिकायते दर्ज की गई। जिसमे घरेलू हिंसा- 264, साईबर क्राईम-11, दहेज-8, गुमशुदा-35, रेप-2, यौन शोषण-2 व अन्य मामलों से संबन्धित- 63 शिकायतों मे पीड़ित महिलाओं/ किशोरियों ने वन स्टॉप सैन्टर (सखी) का रूख किया तथा सैन्टर मे दी जा रही सुविधाओं का लाभ उटाया।
इस दौरान 57 महिलाओं/ किशोरियों को अस्थाई आश्रय भी प्रदान किया गया। जिसमे विशेष रूप से एक लडकी उम्र लगभग 18 वर्ष जो धारूहेडा़ स्थित आशा किरण से सखी सैन्टर मे लाई गई। यह लडकी जो लगभग 7 सालों से अपने परिवार से बिछूड़ी हुई थी उसे वन स्टॉप सैन्टर मे 12 दिन तक रखा गया। अंततः सखी स्टाफ के अथक प्रयासों से उसके परिवार जो कि कोलकता, पश्रिचम बंगाल मे रहता था मिलाया सखी सैन्टर मे घरेलू हिेसा, रेप, शारीरिक, मानसिक शोषण दहेज उत्पीडन, यौन शोषण व गुमशुदगी जैसे तमाम मामलो मे पीड़ित महिलाओं को काउंसलिंग, पुलिस, कानूनी, मैडिकल सहायता तथा अस्थाई आश्रय (5 दिन) के जरिये पीड़ित महिलाओं की समस्यों का समाधान करवाया जाता है। वर्ष 2020 मे कोविड-19 जैसी महामारी के दौरान भी सैन्टर ने अपनी सेवाएं जारी रखी
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