ग्राम समाचार न्यूज : दिल्ली की सीमाओं पर किसान पिछले दो महीने से कृषि अध्यादेशों को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलनरत है। रेवाड़ी में भी एनएच-48 पर मसानी बैराज और खेड़ा बॉर्डर के साथ एनएच-71 स्थित गंगायचा टोल प्लाजा पर किसानो का आंदोलन 17वे दिन भी जारी रहा। शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर किसानो की और से नेताजी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी और उन्हें याद किया। किसान अब दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर होने वाली ट्रैक्टर परेड की तैयारी में जोर शोर से जुटे है। शनिवार को भी किसानो ने गंगायचा टोल प्लाजा पर अपना धरना प्रदर्शन जारी रखा और टोल को फ्री कराये रखा। किसान संगठनों का कहना है कि जब तक केंद्र सरकार तीनो कृषि कानूनों का वापस नहीं ले लेती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
गंगायचा टोल प्लाजा पर शानिवार को किसान समन्वय समिति के आह्वान पर नरदेव बेनीवाल, मनोज चौधरी व अन्य महिला कलाकार पहुंचे और रागनी गीत आदि गाकर किसानो का मनोबल बढ़ाया। किसान संगठन के नेता धर्मपाल नंबरदार, समय सिंह और कुलदीप ने बताया कि 6 जनवरी से उन्होंने गंगायचा टोल प्लाजा पर अपना आंदोलन शुरू किया था उस समय कुछ किसान थे लेकिन आज संख्या इतनी अधिक बढ़ गई है और ऐसा ही सभी बॉर्डर पर है इसलिए सरकार को बिना किसी देरी के तीनो कानूनों को निरस्त करना चाहिए और कानून रद्द किये बिना किसान यहाँ से जाने वाले नहीं है। किसानो ने अपने आंदोलन की तारीफ करते हुए कहा कि देश में अभी तक अनेक आंदोलन हुए है लेकिन इतना बड़ा, इतने अधिक दिन तक चलने वाला पहला शांतिप्रिय आंदोलन है जो अनुसासन के साथ चल रहा है जिसमे कोई जनहानि नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि फ़िलहाल 26 जनवरी को दिल्ली में किसानो की गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है। गांव-गांव जाकर किसानो से संपर्क किया जा रहा है और परेड में भाग लेने के लिए केंद्रीय कमेटी के आह्वान पर रूट प्लान के हिसाब से दिल्ली कूच किया जायेगा। गंगायचा टोल प्लाजा कर अब किसानो की और से पहली बार लंगर और भंडारा भी लगया जा रहा है जो निरंतर आंदोलन के साथ जारी रहेगा।
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