डा अम्बेडकर मिशनरीज़ विधार्थी एसोसिएशन (रजि) ने ग्रामीण क्षेत्र में संविधान की शक्ति के प्रचार प्रसार के लिए छात्र नेता विक्रम सिंह डूमोलीया ने भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें सैकड़ों की तादाद में मातृशक्ति ने कार्यक्रम में शामिल हुए जिसमे मुख्यवकता के रूप में छात्र नेता विक्रम सिंह डूमोलीया ने बताया जिस नारी को पैर की जूती इस देश में समझा जाता था उस नारी को सर का ताज बाबा साहेब डा अम्बेडकर ने एक कलम से बनाया। भारत देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने भी लाल किले से शपथ ग्रहण समारोह में कहा था की यह बाबा साहेब डा अम्बेडकर की सोच ओर संविधान की देन हैं जो एक नारी इस देश की प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठ रही है।
महिला शक्ति का हर रास्ता तरीके के लिए देश के संविधान के कारण सम्भव हुआ है। देश के गरीब अमीर उच्च नीच के भेदभाव को समाप्त करके कानून के समक्ष समानता का अधिकार प्रदान किया गया है। देश के प्रधानमंत्री ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपिल है देश में संविधान द्वारा प्रदत्त कानून आरक्षण को ठीक प्रकार से पालन करवा कर मुख्य धारा से पिछड़े हुए लोगो को मुख्यधारा से जोड़ने का काम करे। कार्यक्रम में आए हुए युवा साथियों ओर मातृशक्ति ने संकल्प लिया की बाबा साहेब के द्वारा दिए गए अधिकारो ओर शिक्षा का ज्यादा से ज्यादा प्रसार प्रचार करेंगे।
सभी ने बाबा साहेब की प्रतिमा के सामने नमन कर संकल्प लिया कार्यक्रम में प्रमुख रूप से छात्र नेता विक्रम सिंह डूमोलीया, प्रवीण कुमार, सचिन डूमोलीया, कंचन, मनीषा, खुसबू, निशा, टिंकू, सुशीला, मीनू, सुमन, शीतल, बिमला, मीना, सुनीता, पूजा, नेहा, पूजा, संतरा, कोशल्या, निर्मला, इंद्रावती, अंजलि, यशमी, संतोष, लक्ष्मी, कविता, पूनम, अंकिता, प्रेरणा, रजनी, मुशकान इत्यादि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
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