कैथल, 12 नवंबर (2020 ) सहकारिता व अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डॉ० बनवारी लाल ने कहा कि गन्ने के भाव में 10 रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है। आज देश में सबसे ज्यादा गन्ने का भाव हरियाणा प्रदेश में दिया जा रहा है। दी कैथल सहकारी चीनी मिल में चीनी के साथ-साथ गुड़ व शक्कर का उत्पादन किया जाएगा, ताकि मिल के साथ-साथ अन्य को भी इसका लाभ मिल सके। इस वर्ष चीनी रिकवरी का लक्ष्य 10.5 रखा गया है और पिराई का लक्ष्य 40 लाख क्विंटल गन्ना किया गया है। अगले वर्ष तक इस मिल की क्षमता को बढ़ाया जाएगा, ताकि क्षेत्र के किसानों को इसका लाभ मिले। किसान की गन्ने की एक-एक पोरी की पिराई कराना सुनिश्चित किया जाएगा।
सहकारिता मंत्री डॉ० बनवारी लाल जी दी कैथल सहकारी चीनी मिल के पिराई सत्र के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इससे पहले सहकारिता मंत्री ने हवन में पूर्ण आहूति डालकर केन केरियर में गन्ना डालकर पिराई सत्र का शुभारंभ भी किया।
इस मौके पर शुगर फेड के चेयरमैन रामकरण, पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर सिंह गोलन, विधायक लीला राम, प्रबंध निदेशक कैप्टन शक्ति सिंह, उपायुक्त सुजान सिंह, एडीसी सतबीर सिंह कुंडु, एमडी पूजा चांवरिया, जिला अध्यक्ष अशोक गुर्जर आदि मौजूद रहे।
सहकारिता मंत्री ने अपने संबोधन में सभी को दीपावली की बधाई देते हुए कहा कि दीपावली से पहले माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी ने गन्ने के भाव में वृद्धि करके किसानों को तोहफा दिया है। इसके साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण को खत्म करने की दिशा में किसानों की पराली को 120 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने का फैसला लिया गया है। यह सौगात भी किसानों के साथ-साथ पर्यावरण के लिए अच्छी साबित होगी। मिल के घाटे को दूर करने तथा किसानों की सुविधा के लिए इस बार पिराई सत्र को पिछले वर्ष की तुलना में पहले शुरू किया गया है, ताकि किसी को भी दिक्कत नही हो। उन्होंने कहा कि इस बार किसानों की सुविधा के लिए मिल के अंदर ही कैंटीन खोली जाएगी, जिसमें 10 रुपए के हिसाब से किसानों को शुद्ध भोजन मिलेगा। मिल परिसर में पूरी पारदर्शिता से गेट पास देने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता नही हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मिल के संचालन में किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार की शिकायत नही आनी चाहिए। मिल में आने वाले किसानों को हर प्रकार की सुविधा मुहैया करवाई जाए। सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस वर्ष किसानों की सुविधा के लिए जनवरी में फिजिकल वैरिफिकेशन करवाई जाएगी, जिन किसानों का गन्ना बचा होगा, उसे भी खरीदा जाएगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मिल का संचालन निरंतर होना चाहिए और बीच में मिल नही रूकनी चाहिए। मशीन के रख-रखाव के कार्य के लिए मिल में कमेटी गठित की जाए, ताकि आवश्यक कार्य ही किए जाएं।
मिल में सर्वप्रथम गन्ना लेकर आने वाले दो किसानों व केन परचेज सैंटर से गन्ना लेकर आने वाले एक ट्रक ड्राईवर को किया सम्मानित
सहकारिता मंत्री डॉ० बनवारी लाल जी ने मिल में सर्वप्रथम गन्ना लेकर आने वाले किसान खुराना गांव के कृष्ण कुमार व नैना गांव के सुशील कुमार तथा केन परचेज सैंटर से गन्ना लेकर आने वाले एक ट्रक ड्राईवर मेघामाजरा के राजू को शॉल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
सहकारिता मंत्री डॉ० बनवारी लाल जी ने किया बायोफ्यूल ब्रिक्ट प्लांट का उद्घाटन
सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने लगभग 40 लाख रुपए की लागत से तैयार हुए बायोफ्यूल ब्रिक्ट प्लांट का उद्घाटन किया। इस प्लांट की दैनिक उत्पादन क्षमता 30 टन प्रतिदिन होगी। बैगास गिट्टी को एक आधुनिक ईंधन के रूप में प्रयोग किया जा रहा है तथा यह कोयले व चारकोल का बेहतर विकल्प हैं। बैगास गिट्टी इंधन पर्यावरण के अनुकूल व नवीकरनीय उर्जा के रूप में उभर कर आ रहा है। बैगास गिट्टी ईंधन के रूप में कोयले व लकड़ी से काफी सस्ता पड़ता है और इसके प्रयोग से पर्यावरण की भी सुरक्षा होती है क्योंकि बैगास गिट्टी जलाने से किसी भी प्रकार के खतरनाक पदार्थ या जहरीली गैस उत्पन्न नही होती।
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