ग्राम समाचार,बोआरीजोर(गोड्डा)। ईसीएल द्वारा हीजुकीता मौजा में रैयतों के बिना सहमति से ही दुसरे गांव के लोगों को जबरण बसाने से ग्रामीणों ने विरोध किया।
ग्रामीणों द्वारा हीजुकीता मौजा में ईसीएल द्वारा बनाये जा रहे घर का काम को रोक दिया। निर्माण कार्य रोकने के बाद वहीं कार्य स्थल पर ईसीएल अधिकारी पादान व इंस्पेक्टर विनोद टोप्पो पहुंचे। ग्रामीण के साथ बातचीत करने बाद इस मामले को लेकर अधिकारीयों ने ग्रामीणों को एरिया आंफिस में बैठक के लिए बुलाया गया। फिलहाल ग्रामीणों द्वारा निर्माण कार्य को रोक दिया गया है।
हीजुकीता मौजा के बिहार महतो ने बताया मेरा जमाबंदी नम्बर- 1 में बलजरी दुसरे गांव को बसाने का कार्य ईसीएल प्रबंधक द्वारा शुरू किया गया था। ग्रामीण सत्यनारायण पडित, संजय कुमार, लक्षण महतो, गुनाधर महतो, शिवा पंडित, सुरय हांसदा,गुणाधर महतो,हरि महतो ने बताया कि रैयतों के बिना सहमति लिए ही, ईसीएल द्वारा जबरण हीजुकीता मौजा में दुसरे गांव के लोगों को बसाने से ग्रामीणों ने कड़ी आपत्ति जताई। वहीं ग्रामीणों ने कहा निर्माण कार्य को रोक देने पर ईसीएल अधिकारियों द्वारा धमकी दी जाती है। हीजुकीता मौजा के ग्रामीणों ने बताया कि पुर्व में राजमहल परियोजना खनिज समुह द्वारा हीजुकीता मौजा के जमीन को सीबी एक्ट के तहत 1981में लिया गया था।
ग्रामीण ने कहा कोयला खनन के बाद जमीन वापस करने के साथ अब तक मुआवजा नहीं मिलने की भी बात कही। ग्रामीणों ने बताया जिला उपायुक्त के ओर से रैयतों के जमीन में खनन कार्य के बाद ईसीएल द्वारा जमीन वापस करने का लिखित आदेश ईसीएल प्रबंधक को दिया है लेकिन अब तक हीजुकीता रैयतों को जमीन वापस नहीं मिल सका। मौके पर ग्रामीणों उपस्थित रहे।
-ग्राम समाचार, बोआरीजोर(गोड्डा)।
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