विभाग के अधिकारी ने करवाई से बचाने के लिये किया इस्तीफा स्वीकार
ग्राम समाचार, दुमका। रानीश्वर के 44 पारा शिक्षक का मानदेय भुगतान बीईईओ राजीव रंजन ने बंद कर दिया हैं । इन पारा शिक्षकों ने ड्यूटी में रहकर मयूराक्षी ग्रामीण इंटर कालेज से नियमित छात्र के रूप में योग्यता बिस्तर किया हैं ।पारा शिक्षक के पद पर कार्यरत इन पारा शिक्षक किस आधार पर नियमित छात्र के रूप में अध्ययन किया हैं, क्या यह नियम संबत हैं उसी को लेकर बीईईओ ने पारा शिक्षकों का सितंबर महीना से भुगतान पर रोक लगा दिया हैं। दूसरी ओर यहां के आठ पारा शिक्षक ने पद से इस्तीफा दिया हैं।उन पारा शिक्षकों ने इस्तीफा का कारण निजी मामला बताया हैं।पर जानकर के अनुसार डीएसई राजीव लोचन के समय बर्ष2005 में यहां के 35 पारा शिक्षक का योग्यता प्रमाण पत्र की जांच रिपोर्ट में फर्जी पाकर सेबा मुक्त करने का आदेश दिये थे ।बिभाग के स्थानीय अधिकारी ने डीएसई के उस आदेश को क्रियान्वित नहीं किया, उसी के आड़ में पारा शिक्षक के पद पर उन पारा शिक्षकों ने15 साल ड्यूटी किया हैं ।यह भी पता चला हैं कि बिभाग के स्थानीय अधिकारी ने उन पारा शिक्षकों को करवाई से बचाने के लिये इस्तीफा स्वीकृत कर दिया हैं ।नाम नहीं छापने के शर्त पर एक पारा शिक्षक ने बताया हैं कि यहां विज्ञान शिक्षक के रिक्त पद पर शिक्षक माफिया के सहयोग से पैसा एबं पैरबी के बल पर कला एबं बनिज्य योग्यता के अभ्यर्थियों का चयन किया गया हैं ।उन फर्जी ढंग से चयनित पारा शिक्षकों से 15 साल से शिक्षा माफिया वसूली करता हैं।निष्पक्ष जांच से यहां चयन को लेकर चौकाने बाला मामला प्रकाश में आयेगा, उसी को दबाने आननफानन में इस्तीफा स्वीकार कर जांच की रास्ता बंद किया गया हैं ।गौतम चटर्जी, ग्राम समाचार, रानीश्वर(दुमका)
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