प्राचार्य डॉ विनोद कुमार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा प्रो.रॉय का जाना महाविद्यालय एवं इतिहास के लिए अपूर्णीय क्षति है।शोक सभा को संबोधित करते हुए डॉ रणजीत सिंह केंद्राधीक्षक सह सिंडिकेट सदस्य ने कहा कि प्रो.राय के सानिध्य में मैंने बहुत कुछ सीखा है,प्रो.राय साहिबगंज राजमहल के ऐतिहासिक धरोहर के साथ ही जीवाश्म फॉसिल्स के भी बारे में अच्छे जनकारी रखते थे।वे झारखंड बिहार के मुर्धन्य इतिहास के शिक्षक रहे हैं।
आज के आयोजित शोक सभा कार्यक्रम में साहिबगंज महाविद्यालय के शिक्षक डॉ धुर्व ज्योति सिंह,डॉ राहुल कुमार ,डॉ प्रमोद कुमार,डॉ अनूप कुमार साह,डॉ अनिल कुमार,डॉ रश्मि रानी,डॉ रूपा,डॉ दिनेश कुमार यादव,एलिजाबेथ मरांडी, शाश्वती नंदलाल पासवान,भूमणेश्वर मांझी, प्रकाश रंजन,चंद्रशेखर प्रमाणिक,महाविद्यालय कर्मी अजय झा,राजीव कुमार,करुणेश कुमार, मोहित कुमार सिन्हा,उपेंद्र कुमार,भादो मुर्मू,शंभू माल्टो, आशीष कुमार पासवान,सत्येंद्र शर्मा,स्नेह लता,प्रमिला सोरेन,कुणाल पांडे,अमर पारीक,आदि उपस्थित थे।
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