ग्राम समाचार, पथरगामाः- गत सप्ताह भर से बिजली आपूर्ति की बदतर स्थिति से पथरगामा के बिजली कंजूमर परेशान हो गए हैं।24 घंटे में काट छांट कर बमुश्किल 7 घंटे ही बिजली मिल पाती है।रात में दो-तीन बार पावर कट के बाद ही लोगों को बिजली मिल पाती है।दिन भर में बिजली कब कटेगी अौर कब आएगी इसकी कोई गारंटी नहीं है।जब शहरी फीडर की यह स्थिति है तो देहाती फीडर की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।इस बाबत पूछे जाने पर हमेशा एक ही जवाब मिलता है कि ग्रीड़ से 3 से 4 मेगावाट ही बिजली आपूर्ति की जा रही है।विद्युत उपभोक्ता दीपक भगत, सोनू चौबे, अजय कनोडिया, राजू साह, पप्पू साह, कालू भगत आदि का कहना है कि हम लोगों से शहरी बील लिया जा रहा है परंतु ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत आपूर्ति का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।रविवार की सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक लगातार बिजली का आना-जाना लगा रहा।पूछे जाने पर बताया गया कि सोनारचक के एक घर में 440 वोल्ट का करंट दौड़ गया है जिससे उसका टीवी फ्रिज आदि जल गया है। कंचन मिस्त्री उसे ठीक करने में लगा हुआ है।उसी को ठीक करने में बिजली अप डाउन हो रहा है।ठीक उसके आधे घंटे बाद बिजली पुनः चली गई पूछे जाने पर बताया गया कि लंकापट्टी में तार गिर गया है।2ः45 में बिजली आई और 10 मिनट बाद पुनः चली गई।इस बार पूछे जाने पर बताया गया कि कमलडीहां में तार टूट कर गिर गया है।4:05 पर बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल कर ली गई।मालूम हो कि लकड़ा पहाड़ी में ग्रिड बनने के दौरान भूमि पूजन से लेकर उद्घाटन तक माननीय द्वारा आश्वासन दिया गया था कि अब 24 घंटे लाइन मिलने लगेगा।परंतु हुआ ठीक इसका उल्टा।वर्तमान में पथरगामा को महज 3 से 4 मेगावाट बिजली जी ली जा रही है जबकि बसंतराय प्रखंड का फीडर पथरगामा से ही जुड़ा हुआ है।लोगों को इतनी कम बिजली मिल रही है कि सिर्फ लोगों का पंखा घूम रहा पर हवा नदारद रहता है|
-:अमन राज, पथरगामा:-
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