ग्राम समाचार, दुमका। मसलिया के कुंजबोना से लेह लद्दाख में लॉकडाउन के समय पंजीकरण कर गए मजदूर झंटू हांसदा की मौत के बाद पार्थिव देह को पैतृक गांव कुंजबोना लाया गया। मौके पर पूर्व मंत्री डॉ० लुईस मरांडी मृतक के घर सांत्वना देने पहुंचे । उन्होंने यहां बताया कि झामुमो के मुख्यमंत्री ने किस मुंह से कहा था कि मजदूर भाईयों को कुछ नहीं होने देंगे इसके बदले चाहे मेरी ही जान क्यों न चले जाए। दुमका से रेल से 1200 मजदूरों को रवाना करने के बाद उन्होंने यह विश्वास जताया था पर आज एक मजदूर की मौत हुई है और उनका पार्थिव शरीर ताबूत में लौटा है। कहाँ है हेमंत सोरेन, आज पूछने तक नहीं पहुंचा। जिस सरकार के द्वारा एक मजदूर को संभला नहीं जाता वह पूरे राज्य के जनता को भला कैसे संभाल सकेगा। यह सरकार गरीब मजदूरों के लिए सिर्फ नाम के लिए बात करती है, काम नहीं। आज मजदूर की मौत के साथ उसके पूरे परिवार की मौत एक तरह से हुई है क्योंकि एक मात्र कमाऊ व्यक्ति वही था।
ग्राम समाचार-केसरीनाथ(दुमका)
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