ग्राम समाचार, भागलपुर। स्थानीय प्रधान डाकघर परिसर में विश्व डाक दिवस के अवसर पर मंगलवार को एक दिवसीय डाक टिकटों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस अवसर पर भागलपुर प्रमंडल के डाक अधीक्षक आर.पी. प्रसाद ने कहा कि डाक टिकटों को नॉलेज एम्बेसडर कहा जाता है तथा इसे शौकों का राजा तथा राजाओं का शौक कहा जाता है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य डाक टिकटों के माध्यम से लोगों को डाक टिकटों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना तथा भारतीय डाक विभाग द्वारा विभिन्न मौकों पर जारी किए गए डाक टिकटों तथा अन्य पोस्टल सामग्रियों द्वारा जनजागरण फैलाना है। इस अवसर पर भागलपुर के युवा पक्षी विज्ञानी तथा डाक टिकट विशेषज्ञ राहुल रोहिताश्व ने कहा कि अक्टूबर से ले कर मार्च महीने के अंतिम सप्ताह तक सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है। अतः इन दुर्लभ पक्षियों के संरक्षण,सुरक्षा तथा संवर्धन हेतु आज डाक टिकटों के माध्यम से लोगों को जानकारी दी गई ताकि लोग इनके महत्व को समझे और इन्हे हानि ना पहुंचाए। उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत ही गर्व की बात है कि विश्व प्रसिद्ध गांगेय डॉल्फिन अभयारण्य भागलपुर में अवस्थित है तथा यह अति संकटग्रस्त जीवों की श्रेणी में आता है। भारतीय डाक विभाग ने इनके संरक्षण एवम् संवर्धन हेतु डाक टिकट एवम् विशेष आवरण भी निकला है। जिससे लोग इनके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ले सकें और इनके संरक्षण में अपना योगदान दे सकें। श्री राहुल ने बताया कि भागलपुर संकटग्रस्त बड़ा गरुड़ की विश्व में कंबोडिया तथा असम के बाद तीसरी प्रजनन स्थली बन चुकीं है। गरुड़ के अलावा यहां के वेटलैंड में कई प्रवासी बत्तख तथा अन्य पक्षी शीतकाल बिताने आते है। अतः इनके संरक्षण के मद्देनजर भारतीय डाक विभाग तथा कंबोडिया,नेपाल,चीन,पाकिस्तान,श्री लंका,वियतनाम,म्यानमार,थाईलैंड,अफ्रीका,यूरोप,ऑस्ट्रेलिया,माइक्रोनेशिया,रशिया,दक्षिण अमेरिकी के कई देश तथा, सेंट्रल एशिया के देशों ने कई दुर्लभ डाक टिकट जारी किया है जिसका आज प्रदर्शन किया गया। श्री राहुल ने बताया कि चुकीं अक्टूबर माह में वाइल्डलाइफ वीक़ सारे दुनिया में मनाई जाती है। इस प्रदर्शनी में, गौरैय्या, विश्व के महत्वपूर्ण नमभूमी, कीट पतंगों,हाथी,गांगेय डॉल्फिन, पांडा,वेटलैंड के परिंदे, एशियाई शेर,बंगाल टाइगर, चीता,दरियाई घोड़ा,पोलर वाइल्डलाइफ तथा वर्षा वनों में पाए जाने वाले दुर्लभ तथा संकटग्रस्त जीवों पर जारी डाक टिकटों की प्रदर्शनी लगाई गई।इस अवसर पर प्रधान डाक घर के पोस्टमास्टर श्री एस के सुमन,जुनैद जी, चांद झुनझुनवाला आदि काफी संख्या में लोग तथा डाक विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।
Bhagalpur News:डाक दिवस पर हुआ दुर्लभ एवम् महत्वपूर्ण डाक टिकटों की प्रदर्शनी
ग्राम समाचार, भागलपुर। स्थानीय प्रधान डाकघर परिसर में विश्व डाक दिवस के अवसर पर मंगलवार को एक दिवसीय डाक टिकटों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस अवसर पर भागलपुर प्रमंडल के डाक अधीक्षक आर.पी. प्रसाद ने कहा कि डाक टिकटों को नॉलेज एम्बेसडर कहा जाता है तथा इसे शौकों का राजा तथा राजाओं का शौक कहा जाता है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य डाक टिकटों के माध्यम से लोगों को डाक टिकटों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देना तथा भारतीय डाक विभाग द्वारा विभिन्न मौकों पर जारी किए गए डाक टिकटों तथा अन्य पोस्टल सामग्रियों द्वारा जनजागरण फैलाना है। इस अवसर पर भागलपुर के युवा पक्षी विज्ञानी तथा डाक टिकट विशेषज्ञ राहुल रोहिताश्व ने कहा कि अक्टूबर से ले कर मार्च महीने के अंतिम सप्ताह तक सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है। अतः इन दुर्लभ पक्षियों के संरक्षण,सुरक्षा तथा संवर्धन हेतु आज डाक टिकटों के माध्यम से लोगों को जानकारी दी गई ताकि लोग इनके महत्व को समझे और इन्हे हानि ना पहुंचाए। उन्होंने आगे कहा कि यह बहुत ही गर्व की बात है कि विश्व प्रसिद्ध गांगेय डॉल्फिन अभयारण्य भागलपुर में अवस्थित है तथा यह अति संकटग्रस्त जीवों की श्रेणी में आता है। भारतीय डाक विभाग ने इनके संरक्षण एवम् संवर्धन हेतु डाक टिकट एवम् विशेष आवरण भी निकला है। जिससे लोग इनके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ले सकें और इनके संरक्षण में अपना योगदान दे सकें। श्री राहुल ने बताया कि भागलपुर संकटग्रस्त बड़ा गरुड़ की विश्व में कंबोडिया तथा असम के बाद तीसरी प्रजनन स्थली बन चुकीं है। गरुड़ के अलावा यहां के वेटलैंड में कई प्रवासी बत्तख तथा अन्य पक्षी शीतकाल बिताने आते है। अतः इनके संरक्षण के मद्देनजर भारतीय डाक विभाग तथा कंबोडिया,नेपाल,चीन,पाकिस्तान,श्री लंका,वियतनाम,म्यानमार,थाईलैंड,अफ्रीका,यूरोप,ऑस्ट्रेलिया,माइक्रोनेशिया,रशिया,दक्षिण अमेरिकी के कई देश तथा, सेंट्रल एशिया के देशों ने कई दुर्लभ डाक टिकट जारी किया है जिसका आज प्रदर्शन किया गया। श्री राहुल ने बताया कि चुकीं अक्टूबर माह में वाइल्डलाइफ वीक़ सारे दुनिया में मनाई जाती है। इस प्रदर्शनी में, गौरैय्या, विश्व के महत्वपूर्ण नमभूमी, कीट पतंगों,हाथी,गांगेय डॉल्फिन, पांडा,वेटलैंड के परिंदे, एशियाई शेर,बंगाल टाइगर, चीता,दरियाई घोड़ा,पोलर वाइल्डलाइफ तथा वर्षा वनों में पाए जाने वाले दुर्लभ तथा संकटग्रस्त जीवों पर जारी डाक टिकटों की प्रदर्शनी लगाई गई।इस अवसर पर प्रधान डाक घर के पोस्टमास्टर श्री एस के सुमन,जुनैद जी, चांद झुनझुनवाला आदि काफी संख्या में लोग तथा डाक विभाग के कर्मचारी उपस्थित थे।
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