रेवाड़ी, 6 सितंबर। ज़िला आयुर्वेद अधिकारी डॉक्टर अजित सिंह ने कहा कि आयुर्वेद एक प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है जिसमें केवल चिकित्सा ही नही बल्कि जीवन शैली, आहार-विहार, दिनचर्या का विस्तृत वर्णन आयुर्वेद में है। हम जितना प्रकृति के नजदीक रहेगें उतना स्वस्थ रहेगें। आयुर्वेद मे वर्णित जडी बुटियॉ जो अमृत के समान गुणकारी है को अपनाकर हम रोगों के लडने हेतू रोगप्रतिरोधक क्षमता को कई गुणा बढा सकते है। इसी को ध्यान मे रखते हुए कोरोना महामारी से बचाव के लिए आयुष विभाग रेवाड़ी द्वारा आयुष मन्त्रालय भारत सरकार एवं महानिदेशक आयुष हरियाणा के दिशानिर्देशों अनुसार आयुर्वेदिक व होम्योपैथिक औषधियों का वितरण रोगप्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए बडे पैमाने पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गठित टीमों द्वारा विभिन्न अलग अलग कन्टेनमैन्ट जोन में लोगों के घर घर जाकर इम्युनिटी बूस्टर किटों को दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि विभाग द्वारा इन औषधियों के वितरण में वृद्ध जनों व बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढाने को विशेष तौर पर प्राथमिकता दी जा रही है क्योकि इनकी रोगप्रतिरोधक क्षमता व्यस्कों से कमजोर होती है। इसके अतिरिक्त आयुष विभाग द्वारा लोगों को कोरोना से बचाव हेतू पम्फलेटों को प्रचार वाहन के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों को जागरूक किया गया. लोगों द्वारा भी आयुष विभाग के इम्युनिटी बूस्टर किटों के वितरण की सराहना की जा रही है। जिला आयुर्वेद अधिकारी ने बताया कि कोरोना महामारी के इस संकट के समय आयुष विभाग का मुख्य उदेश्य सभी लोगों की इम्युनिटी बढाने पर जोर देना है ताकि लोग इस खतरनाक वायरस के संक्रमण से बच सके। उन्होने लोगों से भी सरकार द्वारा समय समय पर जारी निर्देशों का सही प्रकार से पालन करने बारे अपील की है।
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Rewari News : मनुष्य स्वस्थ रहने के लिए अपने जीवन में शामिल करे आयुर्वेद पद्धति : DAO डॉ अजित सिंह
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