ग्राम समाचार, पाकुड़। ब्यूरो रिपोर्ट:- स्थानीय विद्यालय डी ए वी पब्लिक स्कूल के प्रांगण में देश के पूर्व राष्ट्रपति एवं लोकप्रिय राजनेता स्वर्गीय प्रणव मुखर्जी जी को डी ए वी परिवार के तरफ से अश्रुपूरित श्रधांजलि दी गयी। विद्यालय के बहुउद्देश्यीय भवन में समाजिक दूरी का पालन करते हुए प्राचार्य डॉ विजय कुमार एवं शिक्षकों द्वारा इनके आत्मा शान्ति हेतु दो मिनट का मौन रखा गया तत्पश्चात प्राचार्य डॉ कुमार एवं शिक्षकों द्वारा इनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रधांजलि दी गयी। प्राचार्य ने अपने संबोधन में बताया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में लंबे समय तक संकट मोचक के रूप में रहे प्रणव दा के निधन पर पूरा देश दुखी है। उन्होंने राजनीति एवं सामाजिक क्षेत्र के हर तबक़े की सेवा की है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर के दौरान आर्थिक एवं सामरिक क्षेत्र में अपना योगदान दिया। वह असाधारण विवेक के धनी थे तथा 5 दशक के सार्वजनिक जीवन मे अनेकों उच्च पदों पर आसीन रहते हुए भी वे सदैव जमीन से जुड़े रहे। अपने सौम्य एवं मिलनसार स्वभाव के कारण राजनीतिक क्षेत्र में वे सर्वप्रिय थे। उन्होंने भारत माता की सेवा एक संत की तरह की। देश के विलक्षण सपूत के चले जाने से सारा राष्ट्र शोकाकुल है। प्रणव दा के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री प्रणव मुखर्जी के परिवार, मित्रजनों और सभी देशवासियों के प्रति प्राचार्य ने गहन शोक संवेदना व्यक्त की
Pakur News: पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय प्रणव मुखर्जी जी को डी ए वी परिवार के तरफ से अश्रुपूरित श्रधांजलि
ग्राम समाचार, पाकुड़। ब्यूरो रिपोर्ट:- स्थानीय विद्यालय डी ए वी पब्लिक स्कूल के प्रांगण में देश के पूर्व राष्ट्रपति एवं लोकप्रिय राजनेता स्वर्गीय प्रणव मुखर्जी जी को डी ए वी परिवार के तरफ से अश्रुपूरित श्रधांजलि दी गयी। विद्यालय के बहुउद्देश्यीय भवन में समाजिक दूरी का पालन करते हुए प्राचार्य डॉ विजय कुमार एवं शिक्षकों द्वारा इनके आत्मा शान्ति हेतु दो मिनट का मौन रखा गया तत्पश्चात प्राचार्य डॉ कुमार एवं शिक्षकों द्वारा इनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रधांजलि दी गयी। प्राचार्य ने अपने संबोधन में बताया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में लंबे समय तक संकट मोचक के रूप में रहे प्रणव दा के निधन पर पूरा देश दुखी है। उन्होंने राजनीति एवं सामाजिक क्षेत्र के हर तबक़े की सेवा की है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर के दौरान आर्थिक एवं सामरिक क्षेत्र में अपना योगदान दिया। वह असाधारण विवेक के धनी थे तथा 5 दशक के सार्वजनिक जीवन मे अनेकों उच्च पदों पर आसीन रहते हुए भी वे सदैव जमीन से जुड़े रहे। अपने सौम्य एवं मिलनसार स्वभाव के कारण राजनीतिक क्षेत्र में वे सर्वप्रिय थे। उन्होंने भारत माता की सेवा एक संत की तरह की। देश के विलक्षण सपूत के चले जाने से सारा राष्ट्र शोकाकुल है। प्रणव दा के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री प्रणव मुखर्जी के परिवार, मित्रजनों और सभी देशवासियों के प्रति प्राचार्य ने गहन शोक संवेदना व्यक्त की
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