GoddaNews: कुपोषण से बचाव हेतु स्टार्च और प्रोटीन युक्त भोजन अत्यावश्यक




ग्राम समाचार गोड्डा, ब्यूरो रिपोर्ट:-   ग्रामीण विकास ट्रस्ट-कृषि विज्ञान केंद्र के तत्वावधान में गोड्डा प्रखंड के ग्राम लेंगड़ाडीह में "राष्ट्रीय पोषण माह" के तहत "पोषण जागरूकता अभियान" कार्यक्रम आयोजित किया गया। पोषण अभियान की थीम "संतुलित भोजन, स्वस्थ जीवन" है। गृह वैज्ञानिक डाॅ0 प्रगतिका मिश्रा ने बताया कि बच्चों और स्त्रियों के अधिकांश रोगों की जड़ कुपोषण ही है। स्त्रियों में रक्ताल्पता या घेंघा रोग अथवा बच्चों में सूखा रोग या रतौंधी और यहाँ तक कि अंधापन भी कुपोषण का ही दुष्परिणाम है। कुपोषण बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित करता है। यह जन्म के बाद या उससे भी पहले शुरू हो जाता है और 6 महीने से 3 वर्ष की आयु वाले बच्चों में तीव्रता से बढ़ता है।

सबसे भयंकर परिणाम इसके द्वारा होने वाला आर्थिक नुकसान है। कुपोषण के कारण मानव उत्पादकता 10-15 प्रतिशत तक कम हो जाती है जो सकल घरेलू उत्पाद को 5-10 प्रतिशत तक कम कर सकता है। कुपोषण से बचाव के लिए खाद्य पदार्थों जैसे फल और सब्जियां, दूध, पनीर, दही, मक्खन, चावल, आलू, हरी पत्तेदार सब्जियां(पालक, मेथी, लाल साग)और स्टार्च के साथ प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ, मांस, मछली, अंडे, बींस, वसा तेल, नट बीज आदि पर्याप्त मात्रा में आवश्यक हैं। राष्ट्रीय पोषण मिशन की अभिकल्पना नीति आयोग द्वारा ‘राष्ट्रीय पोषण रणनीति’ के तहत की गई है। इस रणनीति का उद्देश्य वर्ष 2022 तक “कुपोषण मुक्त भारत” बनाना है। पोषण थाली एवम् पोषण माला के विषय में बताया गया। पाँच परिवार को न्यूनतम आवश्यक सब्जी एवं स्थानीय फलों की प्राप्ति हेतु पोषण वाटिका माॅडल को गांव में स्थापित करने के लिए प्रेरित किया गया। सस्य वैज्ञानिक डाॅ.अमितेश कुमार सिंह ने कहा कि सब्ज़ियों में आयरन, कैल्शियम एवं विटामिन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। सब्ज़ियां का मुख्य स्त्रोत होती हैं और विटामिन K कि मात्रा सभी सब्ज़ियों में उपस्थित होती है। शरीर में विटामिन K कि पर्याप्त मात्रा मौजूद होने से हड्डी की बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं। हरी और पत्तेदार सब्ज़ियां महिलाओं को कूल्हे के कैंसर से बचाती है। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डाॅ. रितेश दुबे ने बताया कि पत्तेदार हरी शाक-सब्जियाँ शरीर के उचित विकास एवं अच्छे स्वास्थ के लिए आवश्यक होती है, क्योंकि इसमें सभी जरूरी पोषक तत्व उपस्थित होते हैं ।

भारत में कई तरह की हरी सब्जियों को खाया जाता है, इनमें पालक, बंदगोभी, ब्रोकली, मेथी, सहजन की पत्तियाँ और पुदिना आदि। पत्तेवाली सब्जियों में आयरन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। हरी पत्तेदार सब्जियों में कैल्शियम, बीटा कैरोटिन एवं विटामिन सी भी काफी मात्रा में पायी जाती है। प्रतिदिन भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन एनीमिया को रोकने में सहायक होता है।सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं एवं पोषण सखियों को अमरूद के पौधे वितरित किया गया। मकू हांसदा, फूलो बेसरा, मेरी मारग्रेट मुर्मू, सालोमी सोरेन, मरांगमय मरांडी, मारिया टुडू, बाहा किस्कू समेत 30 आंगन बाड़ी कार्यकर्त्ता, पोषण सखी पोषण जागरूकता अभियान कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।


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Editor - भुपेन्द्र कुमार चौबे

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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

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