Dumka News:अनुबंध कर्मी ने किया पत्रकार के साथ दुर्ब्याबहार , पत्रकारों में रोष मुख्यमंत्री से किया करवाई करने की मांग ।
<राजभवन दुमका में पत्रकार के साथ बदसलूकी करने वाले शिक्षा परियोजना के पदाधिकारी के खिलाफ प्रीतम भाटिया ने सीएम को ट्वीट कर कडी़ आपत्ति जताई है और दोषी मनोज अंबष्ठ को दुमका से हटाने की मांग की है/b>
ग्राम समाचार, दुमका मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजभवन के कार्यक्रम में झारखंड शिक्षा परियोजना दुमका कार्यालय के एक अनुबंध कर्मी ने एक वरीय पत्रकार के साथ अभद्र व्यवहार किया है। पत्रकार शिवशंकर चौधरी ने समाचार संकलन करने के लिये राजभवन पंहुचने पर वहां दंडाधिकारी के रूप में तैनात परियोजना कर्मी मनोज अम्बष्ट ने श्री चौधरी के साथ अभद्र व्यवहार किया, साथ ही धक्का मुक्की किया है।जिसको लेकर संथाल परगना क्षेत्र के पत्रकार एबं बुद्धिजीवी समाज मे रोष ब्याप्त है।सोमवार 14 सितंबर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तीन दिवसीय दौरे पर उप राजधानी दुमका पंहुचे थे, इस दौरा को यहां दुमका विधानसभा उप चुनाव की तैयारी को लेकर देखा जा रहा है। सीएम ने राजभवन में संवाद आहूत किये थे । उसी कार्यक्रम में अन्य पत्रकार के साथ श्री चौधरी पंहुचे थे, जिसे मनोज ने धक्कामुक्की किया हैं ,इतना ही नही कई पत्रकार ने भी उस कार्यक्रम में प्रवेश करने से वंचित रह गया है ।जानकारी के अनुसार अनुबंध कर्मी मनोज बर्षो से यहां दुमका के परियोजना कार्यालय में जमे हैं । पूर्व में कई बार उनके नाम पर गंभीर आरोप लगा हैं ,बह शिक्षा परियोजना का कार्य न कर दंडाधिकारी बन कर बैठा है ।शिक्षा मंत्री ने पूर्व में संथाल परगना के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक को मनोज के विरुद्ध लगे आरोप का जांच कर आबश्यक करवाई करने कहा हैं ।उसके विरुद्ध जांच चल ही रहा था, सोमवार पुनः एक निंदनीय कार्य किया है। अल इंडिया स्मल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रीतम भाटिया ने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर मनोज के बिरुद्ध दंडात्मक करवाई करने की मांग किया है । सांसद सुनील सोरेन ने भी इस घटना की तीब्र निंदा किया हैं । जिले के प्रखंड स्तर के कई पत्रकार ने घटना की तीब्र निंदा कर आबश्यक करवाई करने का मांग किया हैं।पत्रकार गौतम चटर्जी, शियराम शरण सिंह, केसरी नाथ यादव, सपन मंडल, सबीर अंसारी ने बिरोध कर परियोजना कर्मियों को दंडाधिकारी के रूप में तैनात करने की परिपाटी बंद करने की मांग किया हैं । सपन ने बताया हैं कि राज्य गठन के बीस साल के बाद भी झारखंड शिक्षा परियोजना में मनोज जैसे बिहार के लोगो का बर्चस्व हैं, जो चिंता का बिषय है ।
गौतम चटर्जी, ग्राम समाचार, रानीश्वर, दुमका ।
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