ग्राम समाचार खैरा: नाला प्रखंड के खैरा पंचायत अन्तर्गत सालकुंडा जैन मंदिर मे चल रहे आठ दिवसीय पर्यूषण महापर्व शनिवार को सम्पन्न हुई ।मालूम हो कि पर्यूषण महापर्व क्षमा, अहिंसा और मैत्री का पर्व है इसे संवत्सरी भी कहते है।इस पर्व पर जैन धर्म के सभी लोग जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए एक-दूसरे से क्षमा मांगते हैं। इस पर्व को जैन धर्म के पर्वों का राजा माना जाता है। यह पर्व भगवान महावीर स्वामी के मूल सिद्धांत अहिंसा परमो धर्म, जिओ और जीने दो की राह पर चलना सिखाता है और मोक्ष प्राप्ति के द्वार खोलता है। इस दिन लोग उपवास रखते हैं । श्राविका झुनू माजी एंव राजेंद्र सराक का कहना है कि इससे स्वयं के पापों की आलोचना करते हुए भविष्य में उनसे बचने का संकल्प लेते हैं। और शाम को 2 घंटा जीवो से माफी मांगते है ताकि हमारे द्वारा किए गए पापो से मुक्ति मिल पाए तथा हमे दूसरे जीवो के प्रति दया भाव रखना चाहिए । 8 दिन पूजा आरती बहुत धूमधाम से हुआ। जिसमे राकेश माजी, सुप्रिया माजी ने तीन उपवास किया। और पायेल माजी ने 8 दिनों तक एकबार नियम से भोजन किया। बाकी सब एक उपवास किया।
विवेक आनंद, ग्राम समाचार, खैरा
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