ग्राम समाचार, दुमका। मसलिया प्रखंड के गुमरो में सोमवार को पहाड़ बाबा पूजा संपन्न हुई। यहां सात सौ सालों से हो रही पूजा नेम निष्ठा व विधिवत रूप से मनाई गई। गुमरो के राजपरिवार सदस्य के लोगों के कुल देवता बाबा पहाड़ को आज भी गुमरो पहाड़ क्षेत्र के आस-पास के पचासों गांवो के लोग यहाँ पहुंचकर आस्था प्रकट करते हैं। कोरोना काल को देखते हुए लगने वाली भव्य मेला का आयोजन इस साल बंद रहा। लोगों ने सामाजिक दूरी का पालन करते केवल दर्शन किया। राजपरिवार सदस्य लालबहादुर सिंह ने बताया जब गुमरो स्टेट राज तंत्र था तब रानी कामा मंझियाइन ने पहाड़ के नीचे थान में पूजा शुरू कराई थी। इससे पूर्व पहाड़ के ऊपर बाबा पहाड़ के ऊपर की पूजा की जाती थी। मान्यता है कि बाबा के साली पूजा करने से क्षेत्र के जाल माल की का ख्याल पहाड़ बाबा रखते हैं। वहीं पहाड़ के खूंखार जानवरों व विषैले सांपों से भी लोगों की रक्षा करते हैं। क्षेत्र के लोग नए फसल तैयार होने,गाय बछड़ा देने, पर फसल व गाय के दूध को बाबा को भेंट करने के बाद ही ग्रहण करते हैं। कुम्हार जाति के लोग मिट्टी के घोड़ा बनाया खिलोने बाबा थान में सुशोभित करने के चढ़ाते हैं। मनोउती करने वाले श्रद्धालु ध्वजा लाकर चढ़ाते हैं। इन दिनों सड़क किनारे थान के सामने पूर्व सरकार की रही मंत्री के सौजन्य से तोरण द्वार बनवाया गया है। जो सड़क किनारे बाबा के सूक्ष्म उपस्थिति को स्मृत कर रहा है। इस मौके पर कुंवर प्रसाद सिंह, हरिहर प्रसाद सिंह,अर्जुन प्रसाद सिंह, तेजनारायण सिंह, लालबहादुर सिंह, यमुना प्रसाद सिंह, श्यामसुंदर सिंह, नंदकिशोर सिंह, महादेव सिंह, बंटी सिंह, आर्यन सिंह,विक्की नारायण देव आदि मौजूद रहे।
केसरीनाथ, मसलिया(दुमका)ग्राम समाचार, दुमका।
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