बाबा का पट खुला, |
निरीक्षण करते पदाधिकारी द्वय |
प्रातः 4.15 बजे बाबा मंदिर का पट खोले जाने के पश्चात सीमित संख्या में तीर्थपुरोहितों के साथ सुबह 4.30 से 5.15 तक सरदार पंडा गुलाबनंद ओझा द्वारा चयनित छोटे लाल पंडा के द्वारा विधिवत बाबा बैद्यनाथ की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद सीमित संख्या में स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए पूर्वाहन 6.30 बजे से अपराह्न 02:00 बजे तक मंदिर का पट बाबा के दर्शन हेतु खोला गया था।
मास्क बांटते हुए |
ज्ञातव्य है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए विधि व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के अलावा मंदिर प्रांगण में दंडाधिकारी, पुलिस बल के जवान एवं मंदिर कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। इसके अलावे मंदिर प्रांगण में प्रवेश के दौरान सामाजिक दूरी का अनुपालन कराते हुए श्रद्धालुओं को थर्मल स्कैनर से स्कैन करने के पश्चात मास्क का उपयोग करवाते हुए एवं सेनेटाइजड करते हुए फुटओवर ब्रिज के माध्यम से बाबा मंदिर में प्रवेश कराया गया।
इस दौरान उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा सुरक्षा व्यवस्था का अवलोकन करते हुए मंदिर प्रांगण व इसके आसपास के क्षेत्रों में प्रतिनियुक्त अधिकारियों व पुलिस बल के जवानों को निदेशित किया गया कि मंदिर का पट बंद रहने के बाद आप सभी की जिम्मेवारी व जवाबदेही और भी ज्यादा बढ़ गयी है। बाहर से आने वाले देवतुल्य श्रद्धालुओं को मेला आयोजन न होने व मंदिर बंद होने की स्थिति से अवगत कराते हुए ससम्मान उन्हें उनके गंतव्य स्थान की ओर रवाना करें। साथ हीं पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ अपने-अपने प्रतिनियुक्त स्थलों पर पूर्ण रूप से सक्रिय रहे।
■ कल से पूर्व की तरह बाबा मंदिर में लागू रहेंगे नियम, आम श्रद्धालु कर सकेंगे बाबा बैद्यनाथ का ऑनलाइन दर्शन.....
इसके अलावे बाबा मंदिर प्रभारी सह अनुमंडल पदाधिकारी विशाल सागर द्वारा जानकारी दी गई कि राज्य में लागू लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए कल से पूर्व की तरह बाबा मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा। भादो माह में मंदिर खोलने को लेकर राज्य सरकार के निर्देशानुसार आगे की व्यवस्था शुरू की जाएगी। साथ ही बाबा मंदिर में परम्परागत प्रातः एवं संध्या कालीन पूजा के दौरान सिर्फ तीर्थ पुरोहित हीं सीमित संख्या में पूजा में सम्मिलित होंगें एवं सोशल डिस्टेंसिंग व स्वास्थ्य संबंधी अन्य मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करेंगें। झारखण्ड उच्च न्यायालय एवं राज्य सरकार के निदेशानुसार किसी भी स्थिति में उपरोक्त पूजा में महिलाओं, बच्चों सहित किसी भी बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश मंदिर के अंदर वर्जित रहेगा। प्रातः एवं संध्या कालीन पूजा में सिर्फ पूजा-पाठ करने वाले तीर्थपुरोहित हीं सीमित संख्या में सम्मिलित होंगे एवं इसके अलावे किसी भी अन्य व्यक्ति का मंदिर परिसर में प्रवेश निषिद्ध रहेगा।
इस मौके पर उपरोक्त के अलावे प्रशिक्षु आई.ए.एस संदीप मीणा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकार विकास चंद्र श्रीवास्तव, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार एवं संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित थे।
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