बिहार कृषि विश्वविद्यालय में जैव प्रौद्योगिकी द्वारा दलहनी फसलों का विकास विषयक वेबिनार का आयोजन
ग्राम समाचार, भागलपुर। बिहार कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति डॉ अजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में "जैव प्रौद्योगिकी द्वारा दलहनी फसलों का विकास" विषय वस्तु पर वेबिनार का आयोजन किया गया। कुलपति डॉ अजय कुमार सिंह ने बिहार में ताल क्षेत्र में दलहन उत्पादन को बढ़ाने के लिए नई किस्मों को विकसित करने की दिशा में कार्य करने के लिए वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित किया। निदेशक प्रसार शिक्षा और वेबिनार के संयोजक डॉ आर.के. सोहाने बीएयू सबौर दवारा अभी तक की विकसित किस्मों और तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई। वेबिनार में कुल लगभग 900 वैज्ञानिकों एवं छात्रों ने पंजीकरण कराया तथा देश के दलहन विकास के अनुसन्धान से जुड़े देश के 10 वैज्ञानिकों के द्वारा अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया गया। इस वेबिनार में दलहन के विशिष्ट वैज्ञानिकों डॉ एन पी सिंह, डॉ एस के चतुर्वेदी, डॉ टी आर शर्मा, डॉ पी एम गौर, डॉ सी भरद्वाज, डॉ सी भी समीर कुमार, डॉ ए के सिंह, डॉ रोहिणी श्रीवास्तव, डॉ खेला राम सोरेन एवं डॉ निरम्मी एम एस द्वारा दलहन विषय वस्तु पर अपना व्याख्यान दिए एवं दलहनी फसलों का विकास में जैव प्रौद्योगिकी के विभिन्न आयाम और चल रहे कार्यों के बारे में विस्तार से प्रस्तुतीकरण किया गया और साथ ही साथ वक्ताओं ने बिहार में दलहनी फसलों के उत्पादन की वृद्धि बढ़ने पर भी अपने सुझाव दिए। इस वेबिनार का संचालन एवं कार्यान्वन मुख्य आयोजन सचिव डॉ धर्मशीला ठाकुर व संयुक्त आयोजन सचिव डॉ रवि रंजन कुमार के द्वारा किया गया। साथ ही साथ विश्वविद्यालय में दलहन अनुसन्धान से जुड़े वैज्ञानिक गण डॉ. संजय कुमार, डॉ. रफत सुल्ताना, डॉ अनिल कुमार, डॉ आनंद कुमार एवं डॉ तुषार रंजन पुरे कार्यक्रम दौरान मौजूद रहे और कार्यक्रम को सुचारु रूप से संचालन में अपनी सहभागिता दी। कार्यकम के अंत में डॉ अनिल कुमार ने सभी कुलपति, निदेशक प्रसार शिक्षा गणमान्य अतिथियों और प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन किया।
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