ग्राम समाचार ,बांका। जिला पदाधिकारी सुहर्ष भगत की अध्यक्षता में बांका जिले में कृषि, वृक्षारोपण, वाटरसेट कार्यक्रम, नाबार्ड द्वारा क्रियान्वित की जाने वाली योजनाओं के संबंध में समीक्षा बैठक की गई। बैठक में विशेषकर जिला पदाधिकारी,बांका द्वारा निर्देश दिया गया कि जिला अंतर्गत विभिन्न विभागों द्वारा विकासात्मक कार्यो में लगे हुए विभागों द्वारा आपस में समन्वय स्थापित कर गुणवत्ता पूर्ण कार्यो को जल्द से जल्द पूरा कर लोगों को तुरंत इसका लाभ मिल सके।
जिला विकास प्रबंधक,बांका नबार्ड के द्वारा बताया गया कि ट्राईबल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत पंद्रह सौ परिवारों को विभिन्न प्रकार जीविकोपार्जन प्रशिक्षण एवं सहायता दिया जा रहा है। अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में 2800 एकड़ जमीन पर फलदार पौधे का वृक्षारोपण करने का लक्ष्य है एवं सिंचाई हेतु तालाब एवं कुआँ का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। अनुसूचित जनजाति के पास जमीन नहीं है उन्हें जीविकोपार्जन हेतु पांच बकरी सब्सिडी सहित दिया जा रहा है। नाबार्ड द्वारा अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में हेल्थ कैंप, वेटरनी कैंप इत्यादि चलाकर लोगों के स्वास्थ्य में सुधार का कार्य भी किया जा रहा है। भूमि संरक्षण विभाग के अंतर्गत फॉर्म बंडिग, छोटी नहर द्वारा सिंचाई की व्यवस्था आदि योजनाएं चलाई जा रही है। इसके अलावा महिला विकास निगम के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह का गठन, धुआं रहित चूल्हा का वितरण, आदि का क्रियान्वयन विभिन्न एजेंसियों द्वारा किया जा रहा है। उक्त कार्य में डी0डी0एम0 नबार्ड को निर्देश दिया गया कि समन्वय स्थापित कर योजनाओं को पूरा करें । लेमनग्रास के क्षेत्र में कृषि विभाग हॉर्टिकल्चर द्वारा विशेष कार्य किए जा रहे हैं। यहां की जलवायु लेमन ग्रास की खेती के लिए उपयुक्त है इसके लिए सरकार के स्तर से से किसान के लिए सब्सिडी की व्यवस्था की गई है। भूमि संरक्षण विभाग द्वारा लेमन ग्रास से तेल निकालने के लिए छः यूनिट यंत्र भी लगाए जा रहे हैं। अब तक दो यंत्र सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं इसके अलावा दो बड़े यंत्र लगाने की भी योजना है। इसी तरह मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में भी स्वयं सहायता समूह एवं कलस्टर बनाकर किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही मधुमक्खी पालन हेतु बॉक्स पर सरकार के द्वारा सब्सिडी की भी व्यवस्था की गई है। बांका जिले में तसर का उत्पादन होता है। प्रायः कटोरिया,चांदन,बौंसी के सुदूरवर्ती इलाकों में इसकी खेती की जाती है। जिसमें अधिकांश अनुसूचित जनजाति के लोग इसमें शामिल है। आदिवासी योजना विकास के तहत नाबार्ड द्वारा सहायता दिया जा रहा है। इसके अलावे अन्य रोजगार उपलब्ध कराने हेतु निर्देश दिया गया है। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी बांका,सहायक निदेशक,भूमि संरक्षण बांका, अग्र परियोजना पदाधिकारी बांका सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
ब्यूरो रिपोर्ट, ग्राम समाचार, बांका।
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