ग्राम समाचार,पाकुड़। झामुमो जिला कार्यालय में भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी गई। झामुमो जिला अध्यक्ष श्री श्याम यादव ने कहा पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम भले ही अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी कही बातें हमेशा हमारा मार्गदर्शन करती रहेंगी, हमारा हौंसला बढ़ाती रहेंगी. देश के 11वें राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का निधन 27 जुलाई 2015 को शिलॉन्ग में लेक्चर देते वक्त दिल का दौरा पड़ने से हुआ था। कलाम भले ही देश की सर्वोच्च संवैधानिक कुर्सी पर विराजमान रहे, लेकिन उन्होंने अपना पूरा जीवन सादगी के साथ जीया, यही उनकी सबसे बड़ी खासियत थी। बतौर वैज्ञानिक उन्होंने देश को मिसाइल टेक्नोलॉजी में विश्व स्तरीय बना दिया, वहीं एक राष्ट्रपति के रूप में करोड़ों हिन्दुस्तानियों को सपने देखने और उन्हें पूरा करने की प्रेरणा भी दी। जब राष्ट्रपति बनने के बाद वे पहली बार केरल गए थे. वहां राजभवन में उसने मिलने वाले पहला मेहमान कोई नेता या अधिकारी नहीं बल्कि सड़क पर बैठने वाला मोची था। दरअसल, एक वैज्ञानिक के तौर पर कलाम ने त्रिवेंद्रम में काफी समय बिताया था। इस मोची ने कई बार उनके जूते सिले थे, राष्ट्रपति बनने के बाद भी कलाम उस मोची को नहीं भूले यही उनकी सादगी और यही उनकी खासियत थी। डॉक्टर कलाम उन चुनिंदा लोगों में शामिल हैं, जिन्हें देश के सभी सर्वोच्च पुरस्कार मिले, उन्हें 1981 में पद्म भूषण, 1990 में पद्म विभूषण, 1997 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। आज उनकी पुण्यतिथि है,उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें सत - सत नमन मौके पर झामुमो जिला प्रवक्ता शाहिद इकबाल, जिला अल्पसंख्यक अध्यक्ष हबीबुर रहमान, युवा सचिव उमर फारूक, नगर अध्यक्ष मनोज ठाकुर, प्रखंड उपाध्यक्ष मुसलोउद्दीन शेख, सक्रिय कार्यकर्ता विकाश कुमार साह, अनारुद्दीन मियां, अकबर अंसारी, कुलेश साहा ने तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दिए।
ग्राम समाचार, बिक्की भगत पाकुड़
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