ग्राम समाचार, बौंसी, बांका। बिहार सरकार के द्वारा 16 जुलाई से 31 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है। जिनमें अनिवार्य सेवा की वस्तुओं के दुकाने और अन्य आवश्यक चीजों को ही खोलने की अनुमति दी गई है ।खासकर धार्मिक स्थल के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों को भी बंद रखने का निर्देश दिया गया है ।लेकिन बौसी बाजार सहित ग्रामीण इलाकों में प्राइवेट कोचिंग संस्थानों द्वारा लॉक डाउन का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन करते हुए पठन-पाठन जारी रखा गया है।
जानकारी हो कि शिक्षा देने वाले शिक्षक की जब कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार के दिए गए गाइडलाइन का पालन नहीं करेंगे तो ऐसे में इसकी रोकथाम कैसे हो पाएगी। बताया जाता है कि बौसी बाजार के दुमका रोड, छापोलीका धर्मशाला समीप, थाना मोड़ समीप, अचारज मोहल्ला समीप के अलावे प्रखंड के कई गांव में कोचिंग संस्थान खुलेआम चलाया जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला प्रमुख प्रदीप कुमार झा ने इस मामले में कहा कि राष्ट्र निर्माता कहे जाने वाले ऐसे शिक्षकों के द्वारा कोविड -19 जैसे वैश्विक महामारी में नियमों का पालन नहीं किया जाना अत्यंत निंदनीय है । उन्होंने कहा कि इस मामले में छात्र छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों को भी आगे आना चाहिए। यह उनकी भी जिम्मेदारी बनती है। देश हित में उन्हें भी लॉक डाउन का समर्थन करना चाहिए।
जानकारी हो कि शिक्षा देने वाले शिक्षक की जब कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार के दिए गए गाइडलाइन का पालन नहीं करेंगे तो ऐसे में इसकी रोकथाम कैसे हो पाएगी। बताया जाता है कि बौसी बाजार के दुमका रोड, छापोलीका धर्मशाला समीप, थाना मोड़ समीप, अचारज मोहल्ला समीप के अलावे प्रखंड के कई गांव में कोचिंग संस्थान खुलेआम चलाया जा रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला प्रमुख प्रदीप कुमार झा ने इस मामले में कहा कि राष्ट्र निर्माता कहे जाने वाले ऐसे शिक्षकों के द्वारा कोविड -19 जैसे वैश्विक महामारी में नियमों का पालन नहीं किया जाना अत्यंत निंदनीय है । उन्होंने कहा कि इस मामले में छात्र छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों को भी आगे आना चाहिए। यह उनकी भी जिम्मेदारी बनती है। देश हित में उन्हें भी लॉक डाउन का समर्थन करना चाहिए।
मदन कुमार झा, प्रखंड संवाददाता, ग्राम समाचार, बौंसी
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