ग्राम समाचार (रांची)। पिछले महीने साहिबगंज जिले के बोरिओ थाना क्षेत्र में अपहृत व्यव्सायी अरुण शाह को मुक्त करवाने में छापेमारी के दौरान अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हुए सहायक अवर निरीक्षक चेंद्राय सोरेन की इलाज के दौरान रविवार की सुबह मौत हो गई। शहीद सोरेन ने अपने पीछे एक पुत्र विवेकमा सोरेन (8 वर्ष) और एक पुत्री ज्योत्सना सोरेन (3 वर्ष) छोड़ गए। मृत्यु के बाद परिजन नियंत्रण में है।
क्या मामला था
पिछले महीने 21 जून को बोरिओ थाना के तहत अरुण शाह नामक अनाज व्यव्सायी की अपराह्न कर अपराधियों ने 30 लाख फिरौती की मांग की थी। व्यव्सयी के परिजन के लिखित शिकायत के बाद पुलिस द्वारा अपराध कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कांड का सफल उद्भेदन एवं अपहृत व्यव्सायी की सकुशल वापसी के लिए गठित पुलिस टीम के द्वारा अपहरण कर्ताओं के बिरुद्ध 27 जून को अभियुक्त के गिरफ्तारी के लिए छापेमारी के क्रम में अपराधियों द्वारा बरहेट थाना सहायक अवर निरीक्षक चन्द्राय सोरेन एवं थाना प्रभारी हरीश पाठक को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिसका इलाज रांची के मेडिका अस्पताल में चल रहा था और एक महीने तक जीवन की लड़ाई लड़ते लड़ते अपनी जिंदगी की लड़ाई हार गई।
मृत्यु के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, अपर मुख्य सचिव गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभागकएल खण्ड्ते, पुलिस महानिदेशक एमवी राव व पुलिस के अन्य अधिकारियों ने राँची के जैप वन मैदान में शहीद सहायक अवर निरीक्षक चन्द्राय सोरेन के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रधांजलि दी। ।
इस दौरान श्री सोरेन ने कहा कि मुठभेड़ में सहायक अवर निरीक्षक चंद्राय सोरेन शहीद हो गए। यह दुःखद घटना है। दुःख की इस घड़ी में राज्य सरकार शहीद के परिजनों के साथ खड़ी है। शहीद का मान- सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने शहीद की धर्मपत्नी श्रीमती सुनीता सोरेन से मिलकर संवेदना प्रकट करते हुए सांत्वना दी।
- ग्राम समाचार (रांची)।
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