हजरस के पूर्व जिला अध्यक्ष राजपाल सिंह दहिया |
ग्राम समाचार न्यूज़ : रेवाड़ी : मंगलवार को हजरस की एक आवश्यक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई। बैठक में वक्ताओं ने हरियाणा सरकार से मांग की कि यथाशीघ्र स्कूलों में ग्रीष्मावकाश की घोषणा की जाए। वैसे भी अभी तक का सिलेबस पूरा करवाया जा चुका है, अब तो सिर्फ उसका रिवीजन होना है । बच्चे और अभिवावकों की भी ये माँग है कि अब उन्हें कुछ दिन इस मोबाइल टीचिंग से राहत दिलाई जाए, क्योंकि इससे बच्चे भी अब तनाव महसूस कर रहे है और अभिभावक भी इस बात को लेकर परेशान है कि अब एक फोन तो पूरे दिन बच्चे को चाहिए और अगर एक घर मे तीन-चार बच्चे पढ़ रहे है, वहां तो बच्चों में मोबाइल को लेकर झगड़े की शिकायते मिल रही है, विशेषकर रूप से मेवात के क्षेत्र में ऐसा अधिक सामने आ रहा है। इसके अलावा मेवात में तो अब भी पचास प्रतिशत घरों में स्मार्टफोन नही है उनके बच्चे ऐसे हालात में किसी के घर भी नही आ जा सकते । वो जैसे तैसे इधर उधर से बच्चों से या टीचर से फोन पर होमवर्क पूछकर हेल्पबुक की मदद से अपना काम कर रहे है जिससे वो अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे है। इसके अलावा विभाग द्वारा जारी साप्ताहिक गतिविधियों के बारे में जो पत्र जारी किए जा रहे है उन्हें भी बंद किया जाए जिसके तहत सभी शिक्षकों को स्कूलों में उपस्थित होने बारे कहा गया है। बिना विद्यार्थियों के अध्यापकों को स्कूल में उपस्थित होने का क्या औचित्य बनता है। इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता भूप सिंह भारती, प्रदेश सचिव होशियार सिंह बिहागरा, प्रदेश सलाहकार लक्ष्मीबाई लिसाना, जिला प्रधान रमेश अहरोदिया, पूर्व जिला प्रधान आर पी सिंह दहिया, जिला सचिव दयाराम मोरवाल, जिला कोषाध्यक्ष सिकन्दर सिंह, पूर्व जिला संघठन सचिव रणबीर सिंह खड़गवासिया, खोल ब्लॉक प्रधान संजय गोठड़ा, जाटूसाना ब्लॉक प्रधान सुमेर सिंह, बावल ब्लॉक प्रधान ईश्वर सिंह नाहरवाल, रेवाड़ी ब्लॉक प्रधान संदीप धामलावास, नाहड़ ब्लॉक प्रधान अतर सिंह पूनिया, प्रवक्ता कुलदीप बेरवाल आदि ने सरकार से मांग की है कि किसी भी अध्यापक को बिना जरूरी काम बेवजह परेशान ना किया जाये। लॉकडाउन के दौरान शिक्षकों ने हर कदम पर सरकार का साथ दिया है तो सरकार का भी फर्ज बनता है कि शिक्षकों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े।
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