ग्राम समाचार, पाकुड़। महेशपुर भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा को 15 दिन तक अज्ञातवास में रहने के बाद सोमवार (22 जून, 2020) को पट्ट खुला। पूजा- अर्चना के बाद महाआरती की गयी। वहीं, मंगलवार (23 जून, 2020) को रथयात्रा निकाली जानी थी, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार की ओर से रथयात्रा के आयोजन पर रोक लगायी है। महेशपुर में इतने सालों में पहली बार ऐतिहसिक भगवान जगन्नाथ का रथयात्रा नहीं निकाली गयी। रथयात्रा नहीं निकलने से सैकड़ों श्रद्धालु काफी मायूस दिखें। रथयात्रा के अवसर पर महेशपुर ठाकुरबाड़ी मंदिर तथा 1008 बूढा बाबा शिव मंदिर परिसर स्थित जगरनाथ मंदिर में ही रथ पर विराजमान भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा की परंपरा के अनुसार विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की गयी। मंदिर के पुजारी ललित तिवारी, प्रल्हाद पांडा, बिष्णु पांडा, कृष्णो पांडा द्वारा कुछ धार्मिक अनुष्ठान किया गया। महाआरती कर 56 भोग लगाया गया। मौके पर जगरनाथ मंदिर के समिति सुशांतो दास, नितिन भगत, सुमित दास उर्फ पप्पू, पप्पू भगत, बिष्णु भगत, शिबू भगत, भोला यादव सहित दर्जनों श्रद्धालु मौजूद थे।
ग्राम समाचार, देवव्रत कुमार दास महेशपुर
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