मसलिया के ठाड़ी में फार्मासिस्ट कॉलेज के पास बालू डंपिंग |
ग्राम समाचार दुमका । जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त दुमका के निर्देश अनुसार बालू घाटों से बालू उठाव पूर्ण रूप से बंद है। यह मानसून सत्र 10 जून से 15 अक्टूबर तक बालू उठाव में रोक लगाई है। बावजूद मसलिया प्रखंड के ठाड़ी में बन रहे फार्मासिस्ट कॉलेज में बालू डंपिंग दिन-रात जारी है। यहाँ के ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन को इस दिशा में पहल करनी चाहिए। प्रशासन देख कर भी अनदेखा करती है। महतोडीह, मूकटांड़ नजदीकी नदी से बालू उठाव कर डंपिंग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यह दर्जनों ट्रैक्टर के माध्यम से हो रहा है। ठाड़ी के ग्राम प्रधान सपन राजहंश ने बताया कि बालू व्यवसायियों को केवल बहाना चाहिए । नरेगा का नाम लेकर हो या सरकारी योजनाओं का नाम लेकर यह अवैध काम जारी है। मसलिया प्रशासन देखकर भी अनदेखा करती है। नदियों में इसी तरह बालू खनन जारी रहा तो अंततः इन नदियों का अस्तित्व ही खतरे में आ जायेगा।
इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी दिलीप तांती से बात करने पर बताया कि अभी इस विषय को एसडीओ के माध्यम से जांच करवाता हूँ। बालू डंपिंग किसी भी हाल में अभी नहीं होनी चाहिए। अगर फिर भी करते पाया गया तो उचित कारवाई होगी। थाना प्रभारी संजय कुमार से पूछने पर इसकी जानकारी नहीं है बताया। डीसी बी राजेश्वरी ने फोन रिसीव नहीं किये। वहीं फार्मासिस्ट कॉलेज के एजेंसी डॉ० तुषार ज्योति से बात करने पर बात को टालमटोल जबाब देते हुए पहले कहा कि कॉलेज का काम करने के लिए बालू तो चाहिए ही । आदेश मिला है बालू चल रहा है। फिर बाद में 10 तारीख से पहले बालू डंप हुआ है की बात कही। जब मुंशी की बात पर डंपिंग कल शाम तक हुआ है के बारे में पूछा तो कहा कि पता करना पड़ेगा कि कब तक बालू चला है।
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