ग्राम समाचार, गोड्डा। गोड्डा जिला के पुलिस कप्तान शैलेन्द्र प्रसाद बर्णवाल को मिली गुप्त सूचना महागामा थाना काण्ड संख्या-15/20 दिनांक-23.01.2020 में आउट सोरर्सिंग कम्पनी माँ अम्बे ग्रुप के AGM को मारकर उस कम्पनी को ई0सी0एल0 ललमटिया से भागाकर अपनी कम्पनी को लाने तथा मिशन हॉस्पिटल,दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) में ईलाजरत AGM सोमनाथ चक्रवर्ती को मारने की बात की सूचना प्राप्त हुई।
इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक, गोड्डा के निर्देशन पर एक एस0आई0टी0 टीम का गठन किया गया, जिसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/पुलिस निरीक्षक/थाना प्रभारियों की 6 टीम का गठन कर रात्रि में एक निर्धारित समय पर अलग-अलग स्थानों (बिहार राज्य के मुंगेर, बाँका, जमुई जिला) पर एस0आई0टी0 टीम के सदस्यों के द्वारा छापामारी किया गया। छापामारी के क्रम में बाँका से नटवर सिंह उर्फ नितेश सिंह, पिता-अमरेन्द्र कुमार सिंह, साकिन-रमचुआ, थाना-शम्भूगंज, जिला-बाँका, दुसरा बुलटुल सिंह, उर्फ राजीव सिंह, पिता-स्व0 रामधारी सिंह, साकिन-कमराय, थाना-असरगंज, जिला-मुँगेर, तीसरा उदय सिंह, पिता-नन्दकिशोर सिंह, साकिन-मानपुर, थाना-खैरा, जिला-जमुई से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार व्यक्तियों के द्वारा अपने-अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि उक्त काण्ड में बताया कि बद्री भगत, पिता-स्व0 भागवत भगत, साकिन-महागामा, थाना-महागामा, जिला-गोड्डा के कहने पर सुपारी का रुपया लेकर आउट सोरर्सिंग कम्पनी माँ अम्बे ग्रुप के AGM सोमनाथ चक्रवर्ती को मारने की बात बतायी गयी है। इन लोगों के द्वारा बताया गया कि बद्री भगत ने घटना के पूर्व इनके ठहरने का स्थान एवं सोमनाथ चक्रवर्ती का आवास तथा उसकी पहचान हेतु स्थानीय व्यक्ति शहबाज अंसारी (रिमाण्ड होम, दुमका), अबुल एवं शकिल (पूर्व में हथियार के साथ न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, जो वर्तमान न्यायिक अभिरक्षा में) के माध्यम से पहचान कराया।
गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि ब्रदी भगत से एडवांस के रूप में सुपारी का कुछ रूपया लेने के पश्चात घटना के दो दिन पूर्व से ही महागामा आकर बद्री भगत के ट्रैक्टर सर्विसिंग सेन्टर बजरंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में ठहर कर आउट सोरर्सिंग कम्पनी माँ अम्बे ग्रुप के AGM सोमनाथ चक्रवर्ती का स्थानीय व्यक्तियों के सहयोग से रेकी कर घटना को अंजाम दिया। अभियुक्त उदय सिंह द्वारा अपने स्वीकारोक्ति बयान में अपने आप को सूटर होने की बात कबूल किया है। काण्ड में प्रयुक्त हथियार को ठहरे हुए घर पर छुपाकर स्कोर्पियों से सभी अभियुक्त अपने-अपने स्थान पर फरार हो गये। गिरफ्तारी के उपरान्त अभियुक्तों के निशानदेही पर उक्त घटना में प्रयुक्त चोरी का स्कोर्पियों वाहन एवं बद्री भगत के ट्रैक्टर सर्विसिंग सेन्टर से 9mm पिस्टल गोली तथा देशी कट्टा, जिसके चेम्बर में फायर किया हुआ .315 को खोखा बरामद किया गया। बद्री भगत द्वारा साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से अपने ट्रैक्टर सर्विसिंग सेन्टर में पूर्व से रखे गार्ड को घटना के बाद हटाया दिया गया। वहीं 06.02.2020 से नये गार्ड को उक्त सर्विसिंग सेन्टर का देख-रेख हेतु रखा गया है तथा मिशन हॉस्पिटल, दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) में ईलाजरत सोमनाथ चक्रवर्ती को पुनः गोली मारने के एवज में शेष राशि पंद्रह लाख देने की बात उक्त अभियुक्तों को कही गई थी।
इस संदर्भ में पुलिस अधीक्षक, गोड्डा के निर्देशन पर एक एस0आई0टी0 टीम का गठन किया गया, जिसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/पुलिस निरीक्षक/थाना प्रभारियों की 6 टीम का गठन कर रात्रि में एक निर्धारित समय पर अलग-अलग स्थानों (बिहार राज्य के मुंगेर, बाँका, जमुई जिला) पर एस0आई0टी0 टीम के सदस्यों के द्वारा छापामारी किया गया। छापामारी के क्रम में बाँका से नटवर सिंह उर्फ नितेश सिंह, पिता-अमरेन्द्र कुमार सिंह, साकिन-रमचुआ, थाना-शम्भूगंज, जिला-बाँका, दुसरा बुलटुल सिंह, उर्फ राजीव सिंह, पिता-स्व0 रामधारी सिंह, साकिन-कमराय, थाना-असरगंज, जिला-मुँगेर, तीसरा उदय सिंह, पिता-नन्दकिशोर सिंह, साकिन-मानपुर, थाना-खैरा, जिला-जमुई से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार व्यक्तियों के द्वारा अपने-अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि उक्त काण्ड में बताया कि बद्री भगत, पिता-स्व0 भागवत भगत, साकिन-महागामा, थाना-महागामा, जिला-गोड्डा के कहने पर सुपारी का रुपया लेकर आउट सोरर्सिंग कम्पनी माँ अम्बे ग्रुप के AGM सोमनाथ चक्रवर्ती को मारने की बात बतायी गयी है। इन लोगों के द्वारा बताया गया कि बद्री भगत ने घटना के पूर्व इनके ठहरने का स्थान एवं सोमनाथ चक्रवर्ती का आवास तथा उसकी पहचान हेतु स्थानीय व्यक्ति शहबाज अंसारी (रिमाण्ड होम, दुमका), अबुल एवं शकिल (पूर्व में हथियार के साथ न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, जो वर्तमान न्यायिक अभिरक्षा में) के माध्यम से पहचान कराया।
गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि ब्रदी भगत से एडवांस के रूप में सुपारी का कुछ रूपया लेने के पश्चात घटना के दो दिन पूर्व से ही महागामा आकर बद्री भगत के ट्रैक्टर सर्विसिंग सेन्टर बजरंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में ठहर कर आउट सोरर्सिंग कम्पनी माँ अम्बे ग्रुप के AGM सोमनाथ चक्रवर्ती का स्थानीय व्यक्तियों के सहयोग से रेकी कर घटना को अंजाम दिया। अभियुक्त उदय सिंह द्वारा अपने स्वीकारोक्ति बयान में अपने आप को सूटर होने की बात कबूल किया है। काण्ड में प्रयुक्त हथियार को ठहरे हुए घर पर छुपाकर स्कोर्पियों से सभी अभियुक्त अपने-अपने स्थान पर फरार हो गये। गिरफ्तारी के उपरान्त अभियुक्तों के निशानदेही पर उक्त घटना में प्रयुक्त चोरी का स्कोर्पियों वाहन एवं बद्री भगत के ट्रैक्टर सर्विसिंग सेन्टर से 9mm पिस्टल गोली तथा देशी कट्टा, जिसके चेम्बर में फायर किया हुआ .315 को खोखा बरामद किया गया। बद्री भगत द्वारा साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से अपने ट्रैक्टर सर्विसिंग सेन्टर में पूर्व से रखे गार्ड को घटना के बाद हटाया दिया गया। वहीं 06.02.2020 से नये गार्ड को उक्त सर्विसिंग सेन्टर का देख-रेख हेतु रखा गया है तथा मिशन हॉस्पिटल, दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) में ईलाजरत सोमनाथ चक्रवर्ती को पुनः गोली मारने के एवज में शेष राशि पंद्रह लाख देने की बात उक्त अभियुक्तों को कही गई थी।
-ग्राम समाचार, ब्यूरो रिपोर्ट(गोड्डा)।
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