ग्राम समाचार, भागलपुर। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर जिले भर में नियोजित शिक्षकों का हड़ताल 11 वें दिन भी जारी रहा। शिक्षकों ने संबंधित प्रखंड संसाधन केंद्र पर धरना दिया। इसी क्रम में गोराडीह प्रखंड संसाधन केंद्र में शिक्षक और शिक्षिकाएं 11वें दिन भी धरना पर बैठे रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वक्ताओं के निशाने पर रहे। विशेषकर नीतीश कुमार द्वारा सदन में शिक्षकों को लेकर दिए गए बयान पर शिक्षकों ने अपनी नाराजगी जाहिर की। वहीं धरना को संबोधित करते हुए शिक्षाविद संजय चौहान ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री शिक्षकों को वेतन देने में असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं। ऐसा इसलिए है कि मुख्यमंत्री नहीं चाहते की बिहार का समाज शिक्षित हो। यदि सभी लोग शिक्षित हो जाएंगे तो उनकी राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षकों को समान वेतन देने की मंशा सरकार की नहीं है। यदि सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगा ले तो शिक्षकों को समान वेतन देना संभव हो जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री ऐसा करना नहीं चाहते। सभा का संचालन वीर शिवाजी ने किया। सभी संगठनकर्ता ने हड़ताल को सफल बनाने के लिए अपनी बातों को रखा और उपस्थित सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिया। साथ ही हड़ताल को लोकतांत्रिक तरीके से मांगे पूरी होने तक जारी रखने का निवेदन किया। अध्यक्षता वीर शिवाजी ने किया। आज काफी संख्याओं में शिक्षक/ शिक्षिकाओं ने भाग लिया। अध्यक्ष ने इस तरह चट्टानी एकता को बनाए रखने की अपील की। आज के क्रार्यक्रम में बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक संघ मूल के प्रदेश अध्यक्ष पूरण कुमार ने और संघर्ष को तेज करने लिए आह्वान किया। संघर्ष समन्वय समिति के जिला संयोजक आनंदी प्रसाद (राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित) ने संघर्ष करने के लिए लगे रहने के लिए आहवान किया। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव राणा कुमार झा ने भी धरना को संबोधित किया। आज इस धरना को जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिखित एवं मौखिक दोनों ही रूप में मिला। उससे शिक्षकों में एक नए उर्जा का संचार हुआ। जिस नियोजन इकाई को सरकार ने कार्रवाई करने का आदेश दिया था आज उस नियोजन इकाई ने लिखित रूप से सर्मथन देते हुए शिक्षकों के इन मांगों को जायज बताया। इस कार्यक्रम में जिला परिषद पश्चिमी प्रातिननाध आफताब आलम ने शिक्षकों की मांगों कोजोरदारर तरीके से रखा और शिक्षकों के पक्ष में आवाज को बुलंद किया और उन्होंने प्रखंड के सभी जनपतिनिधियों से लिखित समर्थन देने का आश्वासन दिया। इस मौके पर ग्राम कचहरी मुरहन जमीन के सरपंच प्रभाष कुमार, नदियामा पंचायत के सरपंच रमेश मंडल ने भी लिखित रूप से समर्थन दिया। ग्राम पंचायत सालपुर के मुखिया प्रतिनिधि राजेन्द्र मंडल, सालपुर पंचायत सरपंच ग्राम पंचायत मुरहन जमीन मुखिया विजय मंडल, कासिमपुर पंचायत मुखिया कैलाश प्रसाद मंडल ने भी संबोधित किया और शिक्षकों के मांगों को जायज मानते हुए सभी मुखियागणों ने नियोजन इकाई के अध्यक्ष होने के नाते सरकार के इस नाति का गलत ठहराया और कहा कि नियोजन इकाई के अध्यक्ष होने के नाते हम सभी शिक्षकों के साथ हैं। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रवेज अख्तर,अजय कुमार सिंह, उदय कुमार भारती उषा कुमारी, बिहारी राणा,नुरूल इसलाम, गोशुल आजम,रेणु वर्मा मुनीलाल सिंह, राजेश कुमार, साईन परवेज, उत्तमकुमार, पवन कुमार, सुनिल रजक, हिमांशु शेखर चन्द्र भाणू सिंह बिनोद कुमार सत्यार्थी,मनीष कुमार, ताहा अंसारी, अकलीमा खातुन, पूनम कुमारी, दुनटुन मंडल पंकज कुमार,जुली कुमारी,अभय कुमार, विद्यानंद, कंचन कुमारी,तबरेज अख्तर सुजीत कुमार विद्यार्थी, ब्रजकिशोर, फैयाज फातिमा,निशाद बेगम, विजय शंकर,आदि शिक्षकों ने संबोधन किया एवं जो शिक्षक इस धरना प्रदर्शन में उपस्थित नहीं हुए उन्हें आने के लिए प्रेरित किया गया।
Bhagalpur News:11वें दिन भी जारी रहा शिक्षकों का हड़ताल, समान काम समान वेतन के लिए शिक्षकों ने भरी हुंकार
ग्राम समाचार, भागलपुर। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर जिले भर में नियोजित शिक्षकों का हड़ताल 11 वें दिन भी जारी रहा। शिक्षकों ने संबंधित प्रखंड संसाधन केंद्र पर धरना दिया। इसी क्रम में गोराडीह प्रखंड संसाधन केंद्र में शिक्षक और शिक्षिकाएं 11वें दिन भी धरना पर बैठे रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वक्ताओं के निशाने पर रहे। विशेषकर नीतीश कुमार द्वारा सदन में शिक्षकों को लेकर दिए गए बयान पर शिक्षकों ने अपनी नाराजगी जाहिर की। वहीं धरना को संबोधित करते हुए शिक्षाविद संजय चौहान ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री शिक्षकों को वेतन देने में असमर्थता व्यक्त कर रहे हैं। ऐसा इसलिए है कि मुख्यमंत्री नहीं चाहते की बिहार का समाज शिक्षित हो। यदि सभी लोग शिक्षित हो जाएंगे तो उनकी राजनीति नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षकों को समान वेतन देने की मंशा सरकार की नहीं है। यदि सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगा ले तो शिक्षकों को समान वेतन देना संभव हो जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री ऐसा करना नहीं चाहते। सभा का संचालन वीर शिवाजी ने किया। सभी संगठनकर्ता ने हड़ताल को सफल बनाने के लिए अपनी बातों को रखा और उपस्थित सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिया। साथ ही हड़ताल को लोकतांत्रिक तरीके से मांगे पूरी होने तक जारी रखने का निवेदन किया। अध्यक्षता वीर शिवाजी ने किया। आज काफी संख्याओं में शिक्षक/ शिक्षिकाओं ने भाग लिया। अध्यक्ष ने इस तरह चट्टानी एकता को बनाए रखने की अपील की। आज के क्रार्यक्रम में बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक संघ मूल के प्रदेश अध्यक्ष पूरण कुमार ने और संघर्ष को तेज करने लिए आह्वान किया। संघर्ष समन्वय समिति के जिला संयोजक आनंदी प्रसाद (राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित) ने संघर्ष करने के लिए लगे रहने के लिए आहवान किया। प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान सचिव राणा कुमार झा ने भी धरना को संबोधित किया। आज इस धरना को जनप्रतिनिधियों का सहयोग लिखित एवं मौखिक दोनों ही रूप में मिला। उससे शिक्षकों में एक नए उर्जा का संचार हुआ। जिस नियोजन इकाई को सरकार ने कार्रवाई करने का आदेश दिया था आज उस नियोजन इकाई ने लिखित रूप से सर्मथन देते हुए शिक्षकों के इन मांगों को जायज बताया। इस कार्यक्रम में जिला परिषद पश्चिमी प्रातिननाध आफताब आलम ने शिक्षकों की मांगों कोजोरदारर तरीके से रखा और शिक्षकों के पक्ष में आवाज को बुलंद किया और उन्होंने प्रखंड के सभी जनपतिनिधियों से लिखित समर्थन देने का आश्वासन दिया। इस मौके पर ग्राम कचहरी मुरहन जमीन के सरपंच प्रभाष कुमार, नदियामा पंचायत के सरपंच रमेश मंडल ने भी लिखित रूप से समर्थन दिया। ग्राम पंचायत सालपुर के मुखिया प्रतिनिधि राजेन्द्र मंडल, सालपुर पंचायत सरपंच ग्राम पंचायत मुरहन जमीन मुखिया विजय मंडल, कासिमपुर पंचायत मुखिया कैलाश प्रसाद मंडल ने भी संबोधित किया और शिक्षकों के मांगों को जायज मानते हुए सभी मुखियागणों ने नियोजन इकाई के अध्यक्ष होने के नाते सरकार के इस नाति का गलत ठहराया और कहा कि नियोजन इकाई के अध्यक्ष होने के नाते हम सभी शिक्षकों के साथ हैं। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रवेज अख्तर,अजय कुमार सिंह, उदय कुमार भारती उषा कुमारी, बिहारी राणा,नुरूल इसलाम, गोशुल आजम,रेणु वर्मा मुनीलाल सिंह, राजेश कुमार, साईन परवेज, उत्तमकुमार, पवन कुमार, सुनिल रजक, हिमांशु शेखर चन्द्र भाणू सिंह बिनोद कुमार सत्यार्थी,मनीष कुमार, ताहा अंसारी, अकलीमा खातुन, पूनम कुमारी, दुनटुन मंडल पंकज कुमार,जुली कुमारी,अभय कुमार, विद्यानंद, कंचन कुमारी,तबरेज अख्तर सुजीत कुमार विद्यार्थी, ब्रजकिशोर, फैयाज फातिमा,निशाद बेगम, विजय शंकर,आदि शिक्षकों ने संबोधन किया एवं जो शिक्षक इस धरना प्रदर्शन में उपस्थित नहीं हुए उन्हें आने के लिए प्रेरित किया गया।
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