ग्राम समाचार, साहिबगंज। बोरियो विधानसभा के विधायक धनंजय सोरेन की ओर से ललमटिया कोयला खदान विस्तार परियोजना में अनवरत वृक्ष कटाई पर जताई गई आपत्ति न केवल पर्यावरण की रक्षा की पुकार है, बल्कि यह एक जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी की सशक्त मिसाल भी है। ecl कंपनी को उन्होंने एक लिखित शिकायत की है। क्षेत्र भ्रमण के दौरान सामने आए तथ्यों के अनुसार, लगभग 30,000 पेड़ काटे जा चुके हैं और इसके बदले में न पौधारोपण किया गया, न ही प्रदूषण को रोकने की कोई पहल। यह लापरवाही क्षेत्र के पर्यावरण को गंभीर संकट में डाल रही है। जिससे क्षेत्र में लोगों को कई प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।
कोयला खदान से उड़ने वाली धूल और विषैली गैसों ने स्थानीय ग्रामीणों का जीवन दूरभार कर दिया है। साथ ही, खदान क्षेत्र में स्थानीय लोगों को रोजगार देने का सरकारी वादा भी महज दिखावा साबित हो रहा है। न 75% स्थानीय नियुक्ति का पालन हुआ, न खनन कार्यों में कोई पारदर्शिता रही। नियमों को ताक पर रखकर तय सीमा से अधिक गहराई तक खनन किया जा रहा है, जिससे ज़मीन और जलस्तर दोनों प्रभावित हो रहे हैं।
झारखंड में गोड्डा सबसे गर्म जिलों में शामिल हो गया है, और इसका सीधा संबंध क्षेत्र में हो रही हरियाली की कटाई और प्रदूषण से है। विधायक की मांग है कि उच्चस्तरीय जांच हो और विधानसभा में यह मुद्दा उठाया जाएगा ताकि गोड्डा की जनता को राहत मिल सके। यह एक चेतावनी है कि अगर आज आवाज़ नहीं उठी, तो आने वाली पीढ़ियों के हिस्से में सिर्फ धूल और धुआं ही रह जाएगा।
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