रांची में तापमान में भारी गिरावट दर्ज, वज्रपात से छह की मौत
रांची, 18 जून 2025 – आखिरकार इंतजार खत्म हुआ! संताल परगना के रास्ते मानसून झारखंड में प्रवेश कर चुका है, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में मौसम ने करवट ली है। मौसम विभाग ने आज भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि, मानसून के आगमन के साथ ही वज्रपात की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है, जिसमें पिछले 24 घंटों में छह लोगों की मौत हो चुकी है।
कहां और कितनी बारिश? मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देवघर में सबसे अधिक 55 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि पाकुड़िया में 20 मिमी और गोड्डा में 13 मिमी वर्षा हुई। राज्य के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सों में भी कई जगहों पर हल्की बारिश रिकॉर्ड की गई।
मौसम विभाग ने उमापद, हुमा, जामाडोबा, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, बोकारो और गिरिडीह जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं, बुर्ही, राजगंज, सिंदरी, कोडरमा, देवघर और कोल्हान में भी भारी बारिश की संभावना है। इसके अतिरिक्त, गोला, नोवामुंडी, मांडु और गुमला में भी भारी वर्षा होने का अनुमान है।
रांची में तापमान में गिरावट
मानसून के आगमन से रांची में अधिकतम तापमान में 6.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली है। आज रांची का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 24.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जिसमें 3.4 डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। कल रांची का अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री सेल्सियस था, जबकि न्यूनतम 26.2 डिग्री सेल्सियस।
वज्रपात का कहर
मानसून के साथ वज्रपात की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। पिछले 24 घंटों में राज्य में वज्रपात से छह लोगों की मौत हो चुकी है। वज्रपात से सबसे ज्यादा मौतें देवघर और पूर्वी सिंहभूम में हुईं, जहां दो-दो लोगों की जान गई। इसके अलावा, गोड्डा और पश्चिमी सिंहभूम में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मौसम विभाग ने लोगों को खराब मौसम में सुरक्षित स्थानों पर रहने और बिजली के खंभों एवं तारों से दूर रहने की सलाह दी है।
आगे क्या?
मौसम विभाग ने बताया है कि 19 जून से 21 जून तक झारखंड के अधिकांश इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। लोगों को वज्रपात से सावधान रहने और मौसम की जानकारी लेते रहने की सलाह दी गई है। यह मानसून राज्य में अच्छी वर्षा लाएगा, जिससे खेती और जल स्तर में सुधार होगा।
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