ग्राम समाचार,चांदन,बांका। प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न सरकारी व गैर-सरकारी संस्थान सहित दलित बाहुल्य गांव में शुक्रवार 26 जनवरी को 75 वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास तथा धूमधाम से मनाया गया। जिसमें मुख्य रुप से प्रखंड चांदन में प्रखंड प्रमुख रवीश कुमार,समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चान्दन परिसर में प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर ऐ के सिंहा,आपूर्ती कार्यालय में शंदीप वरनवाल,डाक बंगला परिसर में जिला परिषद सदस्या शारदा देवी,वहीं चांदन थाना परिसर में थानाध्यक्ष विष्णुदेव कुमार,बाल विकास परियोजना कार्यालय में सीडीपीओ वन्दना दास नें झंडारोहण कार्यक्रम आयोजित कर तिरंगा झंडा फहराकर तिरंगे को सलामी दी व राष्ट्रगान गाया गया। वहीं आनंदपुर ओ पी भैरोगंज में सर्व प्रथम दक्षिणी वारने पंचायत के सरपंच संघ के अध्यक्ष आशीष रॉबिन उड ने 8:30 बजे झंडा फहराकर तिरंगे को सलामी दी। तत्पश्चात वन परिसर भैरोगंज में वन परिसर पदाधिकारी पाण्डव कुमार,आनंदपुर ओ पी परिसर में थानाध्यक्ष सुनील कुमार,दक्षिणी वारने पंचायत के पैक्स भवन मे पैक्स अध्यक्ष हेमराज कुमार यादव,इन्टर स्तरीय प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल भैरोगंज में प्रिंसिपल अशोक कुमार यादव,तथा पंचायत भवन परिसर में मुखिया तुलसी रजक ने 75 वें गणतंत्र दिवस के अवसर झंडारोहण कार्यक्रम आयोजित कर तिरंगा
झंडा फहराकर सलामी दी। इस पुनीत कार्यक्रम में आनंदपुर ओ पी के जवानों ने देश की शान तिरंगा को गाॅड ऑफ ऑनर से सलामी देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों ने गणतंत्र दिवस पर अपने अपने विचार भी रखें। जबकी प्रोजेक्ट गर्ल्स हाई स्कूल भैरोगंज परिसर में इस अवसर विद्यालय के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार यादव के नेतृत्व में देशभक्ति से सम्बंधित बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम पेश किए गए।इसी कड़ी में जिला प्रशासन के आदेशानुसार पुर्व की भांती इस वर्ष भी आनंदपुर ओ पी क्षेत्र विभीषण दलित बस्तियों में चांदन अंचल के रेवेन्यू ऑफिसर आरती भूषण,सीओ प्रशांत शांडिल्य आदि पदाधिकारियों नें झंडारोहण कार्यक्रम में सिरकत कर झंडे को सलामी दी। मौके से आइडियल पब्लिक स्कूल भैरोगंज के संस्थापक तुफान साह ने कहा कि भारत के अमृत काल में, 75 वें गणतंत्र दिवस के रूप में एक सुनहरी कड़ी जुड़ रही है। यह पावन अवसर हमारे देश के महान संविधान की सफलता का सबसे बड़ा पर्व है। इस अवसर पर मैं देश को इस गौरवशाली मुकाम पर पहुंचाने वाली सभी विभूतियों को नमन करता हूं। संविधान को अधिनियमित और आत्मार्पित किया था। भारत के सुनहरे भविष्य की आधारशिला 26 जनवरी 1950 को, हमारे संविधान को लागू करने के साथ रख दी गई थी। हमारा संविधान, अतीत के अनुभवों, वर्तमान की जरूरतों और भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखकर बनाया गया दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान है। 75 वर्षों का सफर बताता है कि हम एक सफलतम लोकतांत्रिक गणतंत्र के रूप में स्थापित हुए हैं। हमारा संविधान समस्त नागरिकों को सामाजिक-आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता का अधिकार प्रदान करता है। इस तरह लोकतंत्रात्मक गणराज्य के रूप में भारत की पहचान, सफलता और अभूतपूर्व उपलब्धियों का परचम पूरी दुनिया में फहरा रहा है।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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