इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय, मीरपुर के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन साप्ताहिक कार्यशाला जविषय ‘ पर्युक्त अर्थमिति तथा मशीन लर्निंग का शुभारम्भ हुआ जो कि दिनांक 31 अक्टूबर, 2021 तक चलेगी। इस कार्यशाला का उदघाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के.गक्खड़ द्वारा किया गया। कार्यशाला के बारें में विस्तार से जानकारी देते हुए विभागाध्यक्ष तथा कार्यशाला की निदेशिका डॉ. सोनू मदान ने बताया कि इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एवं इटरनल क्वालिटी एसुरेंस के समूह प्रमुख एवं गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा के पूर्व कुलपति प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा ने बीज वक्तव्य प्रस्तुत किया। इस वक्तव्य में प्रो. शर्मा ने अर्थमिति और मशीन लर्निंग के महत्व का वर्णन करते हुए बताया कि नीति निर्माण में इस तरह के टूल्स का प्रयोग बड़ा ही सार्थक सिद्ध होता है। अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों का वर्णन करते हुए प्रो. शर्मा ने बताया कि इनका प्रयोग मुद्रा स्फीति, सकल घरेलू उत्पाद का आकलन, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के विभिन्न प्रारूप, मुद्रा की पूर्ति से सम्बन्धित कई आयाम जैसे अनेकों वास्तविक उदाहरण देते हुए उन्होंने कारण एवं परिणामों से सम्बन्धित अपने विश्लेषण को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि आजकल आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए आकड़ों का सुनियोजित विश्लेषण जरूरी है जिससे हम नीति निर्धारण में सहायता मिल सकती है।
Rewari News : IGU में एप्लाइड इकोनोमैट्रिक्स एण्ड मशीन लर्निंग पर सात द्विवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारम्भ
इस अवसर पर इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के.गक्खड़ ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए अर्थशास्त्र विभाग को शुभकामनाऐं प्रेषित की। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में आकड़ों के विश्लषेण के लिए नई रीतियां प्रयोग की जा रही है और अर्थमिति, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स, कृत्रिम बौद्धिकता जैसे विभिन्न पहलुओं का एक जेनरिक समन्वय स्थापित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज का युग आकड़ो व सूचनाओं का युग है जिसमें इस तरह के कार्यशाला प्रतिभागियों को निश्चित रूप से लाभान्वित करते हैं। तकनीकि सत्र में श्री माता वैष्णवों देवी विश्वविद्यालय, कटरा से प्रो. सुपर्ण शर्मा ने लिनियर प्रतीकमन मॉडल तथा उससे जुड़े विषयों पर अपनी प्रभावी प्रस्तुती दी। इससे पूर्व विभागाध्यक्ष तथा कार्यशाला की निदेशिका डॉ. सोनू मदान ने मुख्य अतिथि तथा कुलपति का स्वागत किया। इस कार्यशाला में देश के विभिन्न राज्यों से 70 से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे है। इस राष्ट्रीय कार्यशाला में समन्वयक के रूप में डॉ. विकास बत्रा, संयोजक सचिव के रूप में डॉ. देविन्द्र सिंह व सह-संयोजक सचिव के रूप में डॉ. सतीश कुमार अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। डॉ. देविन्द्र सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
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