Rewari News : इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय में पांच दिवसीय कार्यशाला.सह.प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ

इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय के संगणक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में  13/09/2021 से 17/09/2021   तक डिसरप्टिव टेक्नोलोजी  (Disruptive Technologies)  विषय पर संजाल माध्यम से आयोजित होने वाले पांच दिवसीय कार्यशाला.सह.प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ आज माननीय कुलपति प्रो एसण् केण् गखड़ ने किया। पांच दिन तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में 100 से अधिक विद्यार्थीए शोधार्थी एवं अध्यापकों को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र और वाइज पोटेटोएस पुणे के विशेषज्ञ प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इस सुअवसर पर प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कुलपति प्रोण् गखड़ ने कहा की ब्लॉकचैनए कृत्रिम बुद्धिमत्ता ;। (Artificial Intelligence)  ए यंत्र अधिगम ; (Machine Learning)   जैसी  डिसरप्टिव टेक्नोलोजी अर्थव्यवस्था का भविष्य हैं और ये प्रौद्योगिकी समाज व उद्योगों नई उच्चाइयों तक ले जाने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा की आने वाले समय में इस क्षेत्र में पुरे विश्व में सर्वाधिक रोजगार उत्पन होंगे और संगणक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की यह पहल यहाँ के विद्यार्थियों को रोजगार प्रदान करवाने में क्रन्तिकारी कदम साबित होगी। कुलपति महोदय ने आह्वान किया की विभाग निरंतर इस प्रकार के रोजगारोन्मुखी कार्यक्रम आयोजित करते रहेगाए जिस हेतु  विश्वविद्यालय हर संभव सहायता करेगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोण् प्रमोद शर्मा ने भी सहभागियों को सम्बोधित किया। प्रोण् शर्मा ने कहा की तकनीकि प्रशिक्षण के माध्यम से अधिकाधिक युवाओं  को रोजगार हेतु तैयार किया जा सकता है और यह कार्यशाला इस विषय पर मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर अधिष्ठाता शैक्षिक प्रो ममता कामरा व विश्वविद्यालय के अन्य अधिष्ठाताए विभागाध्यक्षए निदेशकए शिक्षक व विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।



इस कार्यक्रम की संयोजिका तथा अधिष्ठाता प्रौद्योगिकी व तकनीकी और आयोजक संगणक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की अध्यक्षा डॉण् सविता श्योराण ने सभी उपस्थितों का धन्यवाद् ज्ञापन  करते हुए बताया की ब्लॉकचैन आज के समय में तेजी से विस्तृत होने वाली तकनीकी है जो करीब 70ः  CAGR  की दर से वृद्धि कर रही है जो की अपने समकालीन किसी भी तकनीकी के विकास की दर में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा की यह तकनीकी सुशासन का आधार है और प्रशासकीय कार्योंए बैंकिंग तथा सार्वजनिक सेवाओं के वितरण में पारदर्शिता लाने में सक्षम है। नीति आयोग ने 2020 में ही राष्ट्रीय ब्लॉकचैन रणनीति घोषित कर दी थी और कई राज्य सरकारें भी इस पर निरंतर कार्य कर रही हैं। मंच सञ्चालन कार्यशाला की आयोजन सचिव डॉण् रीना हुडाए सहायक प्रध्यापिका ने किया व धन्यवाद ज्ञापन श्री अजेय ने किया । उन्होंने मंच के माध्यम से बताया की विभाग  MCA व B.Tech.   के विद्यार्थियों के प्रशिक्षण हेतु इस प्रकार के कार्यक्रमों का निरंतर आयोजन करता रहता है व विभाग में डिसरप्टिव टेक्नोलॉजी पर  Ph.D.   स्तर के शोध की सुविधा उपलब्ध है।

आज के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र के प्रोण् राजेश अग्रवाल ने मशीन लर्निंग के क्षेत्र में देश विदेश में चल रहे शोधों एवं नए प्रयोगों की जानकारी दी। उन्होंने बताया की  IIT व NIT   जैसे संस्थान आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और संज्ञानात्मक मस्तिष्क विज्ञान की प्रविधियों का प्रयोग करके संगणक विज्ञान को अधिक बुद्धिमान ;ेउंतजद्ध बनाने पर कार्य कर रहे है जिससे स्मार्ट सिटीए ऊर्जा बचत व पर्यावर्णीय स्थिरता जैसे विषय ओर अधिक  परिष्कृत हो रहे हैं। वाइज पोटेटोएस पुणे की तरफ से अभिषेक गुहले ने मशीन लर्निंग पर व्यावहारिक सत्र आयोजित किया। संगणक विभाग की तरफ से धन्यवाद् ज्ञापन  MCA  । प्रथम वर्ष के विद्यार्थी उमेश ने किया।
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Editor - राजेश शर्मा : रेवाड़ी (हरि.) - 9813263002

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