बैंक ऑफ इंडिया फतेहपुर के शाखा प्रबंधक किसानो से करते है अभद्र व्यवहार, किसानों मे रोष
ग्राम समाचार फतेहपुर:
फतेहपुर प्रखंड अंतर्गत बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक इन दिनों काफी चर्चा मे है, और चर्चा मे हो भी क्यो न, गरीब किसानो को बार-बार बैंक का चक्कर लगवाना इनकी आदतो मे शुमार है । मालूम हो कि एक तरफ जहां राज्य सरकार द्वारा ऋण माफ कर खेती करने के लिए किसानों को दोबारा युद्ध स्तर पर ऋण देने का कार्य कर रही है तो वहीं जामताड़ा जिला उपायुक्त, उप विकास आयुक्त,एलडीएम, प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में रथ रवाना कर किसानों को कृषि ऋण के बारे में जागरूक करने का कार्य किए जा रहे हैं ।सरकार की सोच है कि महाजनो एवं सुदखोरो के चुंगल मे किसान न फंसे । बैंक किसानों को हर तरह की सहायता कर रही है , लेकिन बैंक ऑफ इंडिया फतेहपुर के शाखा प्रबंधक सुधाकर भगत के अड़ियल रवैये से राज्य सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना पर इन जैसे पदाधिकारियो के कारण ग्रहण लगता नजर आ रहा है । मालूम हो कि बिचोलिया एवं दलाल हावी होने के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । दलाल एवं बिजोलिया के माध्यम से ही कृषि ऋण मिलता है। वहीं फतेहपुर बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक ने आज खिजुरिया गांव निवासी किसान सद्दाम हुसैन को कहा तुम्हारे गांव खिजुरिया के 100 में 90% लोग बेईमान है इसलिए तुमको कृषि ऋण का लाभ नहीं मिलेगा । वहीं सद्दाम हुसैन ने शाखा प्रबंधक से कहा कि जो बात आप कह रहे हैं यह बिल्कुल गलत है, आप इस तरह भाषा का इस्तेमाल नही कर सकते हैं तो शाखा प्रबंधक ने कहा कि खिजुरिया के बेईमान लोगों के कारण तुमको कृषि ऋण का लाभ नहीं मिलेगा । मना करने के बावजूद भी अभद्र व्यवहार जारी रखा । वहीं शाखा प्रबंधक द्वारा किया गया अभद्र दुर्व्यवहार को प्रखंड विकास पदाधिकारी फतेहपुर एवं उप विकास आयुक्त जामताड़ा के समक्ष फोन के जरिए जानकारी दिया दे दिया गया उन्होंने कहा कि इस तरह भाषा का प्रयोग शाखा प्रबंधक नहीं कर सकते हैं । बता दें सद्दाम हुसैन एक शिक्षित बेरोजगार किसान है जो कृषि ऋण लेकर खेती कर आत्मनिर्भर बनने का ख्वाब देखता है, ( जो भारत के प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया एक मंत्र है आत्मनिर्भर भारत ) लेकिन इस तरह बैंक कर्मियों द्वारा अभद्र व्यवहार किया जाएगा तो कैसे सरकारी सुविधा का लाभ किसान ले सकेंगे। बता दें फतेहपुर प्रखंड मुख्यालय से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी स्थित खिजुरिया गांव है गांव प्रवेश करने के कई रास्ते हैं जिस रास्ते से खिजुरिया प्रवेश करेंगे किसानों के खेतों में हरियाली सब्जी लहलहाता हुआ नजर आएगा । वर्तमान समय में मुख्य फसल धान के अलावा मकई करेली भिंडी मुली बैगन आदि तमाम तरह की सब्जियां गांव के किसानों द्वारा उगाई जा रही है । कहते हैं गांव के किसान 95% खेती पर निर्भर है जामताडा़ जिले में खिजुरिया सब्जियों का केंद्र है, गांव के किसान बहुत ही ज्यादा मेहनती है खून पसीना एक कर खेती करने में ध्यान देते हैं !
फतेहपुर से शान्ति गोपाल महतो की रिपोर्ट
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