ग्राम समाचार नाला:
जिस तेजी के साथ सड़क का निर्माण हो रहा है, उसी तेजी के साथ भी वनों व पेड़ों की कटाई हो रही है। इससे धरती का संतुलन बिगड़ रहा है, जिस कारण हमें तरह तरह के प्राकृतिक संकटों का सामना करना पड़ रहा है। ये बातें झारखंड विधान सभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने एक हिंदी दैनिक अखबार के कार्यालय परिसर में आयोजित पौधा रोपण कार्यक्रम के दौरान कही। अध्यक्ष ने कहा कि पेड़ पौधों से ही मानव सभ्यता व जीव जंतु का जीवन निर्भर है। हमे पेड़ों से ही शुद्ध ऑक्सीजन, शुद्ध पानी मिलता है। पेड़ों से ही धरती की मिट्टी का कटाव संरक्षित है। पेड़ों के कारण ही धरती के नीचे का जल संरक्षित है। पेड़ पौधों से ही विभिन्न बीमारियों की जड़ी बूटी ओषधि मिलते हैं। आज समय पर बारिश नही होने का प्रमुख कारण पेड़ों की कटाई है। इसलिए सभी लोगों को जीवन मे पेड़ लगाना चाहिए। जबतक पेड़ बड़ा नही हो जाता, तबतक उसे अपने बच्चों की तरह पालन पोषण करना चाहिए। पेड़ लगाने के बाद उनके साथ भावनात्मक लगाव रहना चाहिए। तभी वो पेड़ बड़ा होगा नही पेड़ लगाने के कुछ दिन बाद नष्ट हो जाएगा
विस अध्यक्ष ने कहा कि अभी कोविड में ऑक्सीजन का जो संकट देखी गई, इससे सभी को सबक लेना होगा। जिस प्रकार हम कहीं सफर में जाते हैं तो पानी का बोतल लेकर जाते है। उसी प्रकार आने वाले दिनों में सफर में ऑक्सीजन सिलिन्डर लेकर चलना होगा। आनेवाले भयावह को देखते हुए अध्यक्ष ने सभी को पेड़ों के महत्व को समझने की अपील की। उन्होंने कहा कि जिस रफ्तार से वनों की कटाई हो रही है, उससे वनों का क्षेरफल का दायरा भी घट रहा है। जिस कारण प्रकृति को जितनी मात्रा में ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है, उतनी मात्रा में प्रकृति में ऑक्सीजन का उत्पादन नही हो पा रहा है। नतीजतन ऑक्सीजन की कमी से मानव जीवन के साथ साथ सभी के जीवन पर भयंकर प्रभाव देखने को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारा धार्मिक आस्था का संबंध भी पेड़ो के साथ है। पेड़ों को देवता समान पूजा किया जाता है। विभिन्न पूजा त्यौहार में हम पेड़ों की पूजा करते हैं। वट सावित्री, कर्मा सहित अन्य त्यौहारों के अवसर पर पेड़ों की पूजा की जाती है। कहा कि एक पेड़ अपने जीवन मे जितनी मात्रा में ऑक्सीजन देते है, उतनी मात्रा का ऑक्सीजन लैब मे तैयार करने के लिए उस पेड़ की कीमत से हजारों गुना खर्च हो जाती है। इसलिए पेड़ों का महत्व मानव जीवन के साथ साथ जीव जगत के लिए भी महत्व रखता है।
- राजकिशोर यादव ग्राम समाचार बंदरडीहा (नाला).
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