ग्राम समाचार,बौंसी, बांका।
श्याम बाजार के मोनू रंजन लॉकडाउन के क्रम में सड़कों में घूम रहे लावारिस पशुओं को खाना खिला रहे हैं, क्योंकि लॉकडाउन में लावारिस पशुओं की स्थिति काफी खराब देखी जा रही है ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रायः सभी व्यक्ति लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने अपने घरों से नहीं निकल रहे हैं और इसी क्रम में मोनू रंजन की मुलाकात एक ऐसे विकलांग और गरीब व्यक्ति से हुई जो पूरी तरह से असहाय है। उन्होंने बताया कि जब सड़कों पर घूम-घूम लावारिस पशुओं को भोजन करा रहे थे तभी उनकी मुलाकात डोडाडीह गांव के फागू मरांडी नामक एक 28 वर्षीय विकलांग और गरीब व्यक्ति से हुई। उन्होंने बताया कि
फागू मरांडी अपने भाइयों में सबसे छोटा है और उसकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। मोनू रंजन ने कहा कि जैसे ही उसकी दृष्टि उस व्यक्ति पर पड़ी उन्होंने गांव वालों से उनके विषय में जानने की इच्छा जताई। गांव वालों से पूछा तो पता चला की विकलांगता के चलते वह अपने घर में अकेला रहता है, वह असहाय है और उसकी फूस की टूटी फूटी घर है ओर उसे देखने वाला कोई नहीं है। ज्ञात हो कि मोनू रंजन डीएवी पटना तथा एनआईटी पटना में फिजिकल एजुकेशन शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं तथा पशु प्रेमी भी हैं और लगातार पशुओं की सेवा करते हैं। उनकी स्थिति को देखते हुए तत्काल मोनू रंजन ने उन्हें खाने पीने की व्यवस्था सूखे अनाज के
रूप में कर दी तथा उनके पहनने के लिए कुछ वस्त्रों की भी व्यवस्था अपने खर्च पर की। इसके अलावा मोनू रंजन ने उनके टूटे-फूटे घर को ठीक करने का भी जिम्मा अपने कंधों पर उठाया है, उन्होंने बताया कि जल्द ही उनकी फूस के घर को फिर से ठीक करवा दिया जाएगा।इसके अलावा उन्होंने उस व्यक्ति को मास्क ओर सैनिटाइजर की भी व्यवस्था कराई।उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि यदि इस महामारी के दौर में कोई असहाय व्यक्ति किन्ही को दिख जाता है तो हर संभव मदद अवश्य करें क्योंकि मानव तथा पशुओं की सेवा ही नारायण सेवा है। साथ ही उन्हें भरोसा दिलाया है कि आप की स्थिति के संबंध में वह जल्द से जल्द सरकार और अधिकारियों को अवगत कराने का प्रयास करेंगे, ताकि सरकार की ओर से भी आपको हर संभव मदद मिल सके।
कुमार चंदन,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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