इंदिरा गाँधी विश्वविद्यालय मीरपुर के पर्यावरण विभाग की ओर से ‘विश्व पृथ्वी दिवस पर एक द्विवसीय ऑन लाईन राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया गया। पृथ्वी दिवस की 2021 की ज्ीमउम दृ त्मेजवतम वनत मंतजी थी जो इस वेबिनार का प्रमुख विषय रहा। इस वेबिनार में तीन लेक्चर सिरिज को शामिल किया गया।
पहला वक्तव्य प्रो. सुशील कुमार कंसल, यूआईसीईटी, पंजाब चण्डीगढ़ द्वारा रसायनों का मानव जीवन पर प्रभाव विषय पर दिया। इसमें उन्होंने बताया कि कैसे मानव जीवन शैली में रसायनों का इस्तेमाल कितना बुरा प्रभाव डाल रहा है। इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के जियोफिजिक्स विभाग से प्रो. भगवान सिंह चौधरी द्वारा जल के संरक्षण विषय पर प्रकाश डाला। उन्हांेने भारत तथा दुनिया में जल के प्राकृतिक स्त्रोतों की स्थिति से अवगत करवाया। उन्होंने विद्यार्थियों को स्मार्ट जल प्रबन्धन प्रणाली के बारें में जानकारी दी। अगली कड़ी में प्रो. विनोद कुकार गर्ग ने ‘ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन’ विषय पर विद्यार्थियों को जागरूक करते हुए इसके विभिन्न तरीकों से अवगत कराया और अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करने का आग्रह किया। प्रतिभागियों ने भी अपने प्रश्न वक्ताओं से पूछे व दिलचस्पी दिखाई। इस वेबिनार में डॉ. अशोक बंसल, पर्यावरण विभागाध्यक्ष, डॉ. नरेन्द्र यादव, डॉ. सुरजीत सिंह डबास, प्रो. अभय सिंह, प्रो. दलजीत सिंह अरोड़ा, डॉ. सुरेश धनेरवाल व लगभग 200 प्रतिभागी जुड़े। मंच का संचालन सहायक प्रोफेसर इंजिनियर सोनिया नाहर ने किया। पर्यावरण विभाग की ओर से डॉ. ललित कुमार व वनस्पति विभान विभाग की ओर से डॉ. ईशान ने भी अपना वक्तव्य दिया। विधि विभाग की और से श्री संदीप भी वेबिनार के हिस्सा रहे।
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