Godda News: बाल विवाह उन्मूलन पर उन्मुखीकरण किया गया



ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:-   आज दिनांक 23.04.2021 को जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा बसंतराय प्रखंड के सभी हितधारकों को ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से बाल विवाह उन्मूलन पर उन्मुखीकरण किया गया। इस कार्यक्रम में जिला स्तर पर बाल-विवाह उन्मूलन के लिए तैयार की गयी कार्य योजना के क्रियान्वयन हेतु विस्तृत जानकारी दी गयी। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सभी संबंधित विभाग, संस्था एवं हितधारक को दायित्वबोध कराना था। यह कार्य योजना जिला बाल संरक्षण इकाई एवं यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से बनायी गयी है। जिला समन्वयक अमित कुमार ने बाल विवाह उन्मूलन कार्य योजना (डीआईपी) की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि बाल विवाह एक सामाजिक कुरीति है जो वर्षों से चली आ रही है, इसके उन्मूलन के लिए सभी की सहभागिता जरुरी है। बाल विवाह के लिए तैयार की गयी जिला स्तरीय कार्य योजना में सभी संबंधित विभाग, संस्था, हितधारकों को सम्मिलित किया गया है। संरक्षण पदाधिकारी विकास चंद्र ने पालना के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि नवजात शिशुओं के प्रति हिंसा को रोकने के लिए गोड्डा सदर अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोआरीजोर, सुंदर पहाड़ी और महागामा में पालना लगाया गया है, ताकि जो बच्चे का परित्याग करना चाहते हैं वे झाड़ियों में न फेंके, बच्चे ईश्वर के अनमोल दें हैं, उन्हें पालने में रख जाएँ, उनकी पहचान नहीं ली जायेगी, बच्चे की देखभाल विभाग करेगी|संरक्षण पदाधिकारी विकास चंद्र ने बच्चों में मादक द्रव्यों के सेवन एवं तस्करी के रोकथाम पर चर्चा करते हुए कहा कि विद्यालय/शैक्षणिक संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में मादक द्रव्यों की बिक्री नहीं की जा सकती, विद्यालय के प्रहरी क्लब, चिल्ड्रन क्लब, विशेष शिक्षक, विद्यालय प्रबंधन समिति विद्यालय के 100 मीटर के दायरे ऐसे दुकानों को चिन्हित कर सूची प्रधानाध्यापक को देंगे, जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से उपायुक्त महोदय को यह सूची यथोचित कार्रवाई हेतु उपलब्ध करायी जायेगी, समय समय पर राज्य,जोनल एवं केंद्रीय स्तर पर इसकी समीक्षा की जायेगी। यह एक्शन प्लान "नशामुक्त भारत" के महती लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एनसीबी एवं एनसीपीसीआर के द्वारा बनायी गयी| विधि सह परिवीक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता ने जेजे एक्ट 2015, बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, पोक्सो अधिनियम एवं बाल संरक्षण से संबंधित विभिन्न विषयों की जानकारी दी। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि इस कुप्रथा के अंत के लिए जनप्रतिनिधियों की भी भूमिका अहम है, सरकार द्वारा जारी निर्देशिका में ग्राम स्तर की बाल संरक्षण समिति में उन्हें सम्मिलित किया गया है। इन समितियों को सक्रिय किया जाएगा। संरक्षण पदाधिकारी ओम प्रकाश ने कहा कि विशेष देखरेख एवं जरूरतमंद बच्चों के लिए स्पॉन्सरशिप एवं फोस्टर केयर योजना है। ऐसे जरूरतमंद बच्चों की सूची इकाई को उपलब्ध कराई जाए|इस कार्यक्रम में बसंतराय प्रखंड की प्रमुख स्वीटी देवी, प्रखंड विकास पदाधिकारी मुंशीराम, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रितेश कुमार, विधि सह परिवीक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता, संरक्षण पदाधिकारी विकास चंद्र, ओम प्रकाश, परामर्शी वरुण कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता मुजफ्फर आलम, यूनिसेफ-एक्शन ऐड के जिला समन्वयक अमित कुमार, शिक्षा, समाज कल्याण विभाग, तेजस्वनी परियोजना, जेएसएलपीएस के पदाधिकारी व कर्मी, हितधारक राजेश कुमार, प्रमिला सिंह, संध्या, पुष्पा झा, रविंद्र कुमार, बॉबी कुमारी, योगेंद्र कुमार, अनुभव कुमार एवं अन्य उपस्थित हुए।


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Editor - भूपेन्द्र कुमार चौबे

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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

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